आर्गेनिक खेती में सिक्क्मि को अलग पहचान मिली : पीएम

अगल पहचान मिलने पर लद्दाख विकास की नई उचांईयों को छू रहा है

हमारे जवान क्‍या कर सकते हैं ये पूरी दुनियां ने लद्दाख में देखा है

पवन शुक्‍ल, सिलीगुड़ी

जश्‍ने आजादी के 74वें मौके पर लालकिले की प्राचीर से 1 घंटे 26 मिनट के संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने अपने संबोधन में देश के विकास का की रूप रेखा का विस्‍तार से अपने संबोधन में बताया । संवोधन में साहस, पराक्रम, विकास और जोश से भरे युवाओं का योगदान है। वहीं देश को एक सूत्र में बांधने, आत्‍मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया समेत पूरे विकास का खाका को रखा।  पहाड़ी राज्‍यों के विकास की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में लद्दाख को स्‍वायता मिलने के बाद वह विकास की नई उंचाईयो को छू रहा है। वहीं पूर्वोत्‍तर के राज्‍यों को एक नई पहचान मिली है। सबसे अहम बात यह है कि पूर्वोत्‍तर के सबसे छोटे से राज्‍य सिक्किम पूरी तरह से आर्गेनिक खेती करने वाले राज्‍य के रूप में तेजी से उभरा है। देश के अन्‍य राज्‍यों को भी सिक्क्मि से आर्गेनिक खेती से सीख लेने चाहिए। वहीं पूर्वोत्‍तर के राज्‍यों में सड़कों के माध्‍यम से देश को जोड़ने के साथ सेना की पहुंच को आसान बनाया है।  मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि एलएसी से लेकर एलओसी पर किसी ने आंख उठाई हमारे जवानों ने उनको जवाब उसी रूप में दिया।  हमारे जवानों की ताकत को पूरी दुनियां ने गलवान में देखा है। अब हम आंख से आंख मिलाकर पूरी दुनियां में अपने दम पर एक अलग पहचान बनाया है। परोक्ष रूप से चीन और पाकिस्‍तान पर प्रहार करते हुए कहा कि हम आतंकवाद और विस्‍तारवाद से जमकर मुकाबला कर रहे है। वहीं देश अपने सामर्थ्‍य के बल पर देश तेजी से आगे बढ रहा है। उन्‍होंने देश की ताकत को बताते हुए कहा कि असाधरण लक्ष्‍य को लेकर आगे बढ़ते हैं तो चुनौतियां बहुत होती है पर देश उन चुनौतियों को स्‍वीकार करते हुए भारत अपने समार्थ पर आगे बढ़ रहा है। कोरोना की चुनौतियों को भारत ने जिस तरह से सामना कर रहा है, उससे सबसे अहम बात है लोकल को बोकल बनाने मे हम अहम भूमिका निभा रहे हैं। पहले जहां देश में पीपीई कीट नहीं बनता था, आज निर्यात करने की राह पर चल रहे हैं। देश फिलहाल कोरोना महामारी के संकट से जूझ रहा है। पूरी दुनिया में लोग कोरोना की वैक्सीन को लेकर उम्मीद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से ऐलान किया कि देश में फिलहाल कोरोना की तीन वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। उन्होंने कहा कि देश के वैज्ञानिक फिलहाल कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। कोरोना योद्धाओं की बात करते हुए कहा कि इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेको लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं। उन्‍होंने देश की आनबान और शान की बात करते हुए कहा भारत से आत्‍म निर्भर भारत के राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत अब तेजी से मेक इन इंडिया की ओर बढ़ रहा है। उन्‍होंने कहा कि हम कच्‍चा माल को बेचकर पक्‍का माल का आयात करते रहेंगे, अब समय आ गया है कि हम पक्‍का माल को निर्यात कर आत्‍मनिर्भर बनाने के राह पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।

उन्‍होंने वन्‍य जीवन की रक्षा के तहत कहा कि देश में  टाइगर की आबादी बढ़ी है। वन्‍य जीवों के संरक्षण पर हमारा पूर जोर प्रयास कर रहे हैं। महिलाओं को आत्‍मनिर्भर करने और उनकी भागीदारी को भी विस्‍तार से बताया। दुनियां में भारत चर्चा करते हुए कहा कि संयुक्‍त राष्‍ट्र में भारत के स्‍थायी सदस्‍यता के लिए 194 में से 184 देश का समर्थन मिला है। इससे साफ जाहीर होता है, क‍ि हमारी पहचान पूरी दुनियां मे बढ़ी है। विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, बात वही पर खत्म नहीं हुई। भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी। गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो।