सुप्रीम कोर्ट का राज्य व केन्द्र सरकार को नोटिस

हेमताबाद के विधायक देबेंद्र नाथ राय के मौत के मामले को लिया संज्ञान

न्यूज भारत, नर्इ दिल्लीः पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के हेमताबाद में भाजपा विधायक देबेंद्र नाथ राय का शव गांव के एक दुकान पर रस्सी से लटकता मिला था । घटना को पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी ने इसे आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या का आरोप लगाया है। इस घटना को संज्ञान में लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राज्य के उत्तर दिनाजपुर के हेमताबाद में भाजपा विधायक की मौत की जांच को लेकर केंद्र और बंगाल की ममता सरकार को बुधवार को यह नोटिस जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट हस्तेक्षेप के बाद विधायक की पत्नी व भाजपा नेताओं में न्याय उम्मीद जगी है। घटना की सच्चाई सामने लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट संभावत सीबीआइ के हाथों में जांच सौंपने का निर्देश दे सकता है। मालूम हो कि दिवंगत विधायक की पत्नी चंद्रिमा रॉय ने अपने पति की मौत की सीबीआइ जांच की मांग करते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हलांकि मामले की आपात सुनवाई करते हुए कोलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति शिवकांत प्रसाद ने चंद्रिमा की याचिका को खारिज करते हुए जांच राज्य पुलिस की खुफिया शाखा और सीआइडी को जांच सौंप दी थी। इसके बाद विधायक की मौत की सीबीआइ जांच की मांग करते हुए शीर्ष अदालत में आवेदन दायर किया गया था। उसी आवेदन की  सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआइ जांच के संबंध में केंद्र और राज्य को नोटिस भेजा। मालूम हो कि देबेंद्र राय गत वर्ष ही माकपा से भाजपा में शामिल हुए थे। लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद वह भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। विधायक के परिजनों व स्थानीय लोगों के अनुसार घटना की रात में कुछ बाइक सवार उन्हें घर से बुलाकर ले गए थे।  सुबह घर से एक किलोमीटर दूर एक दुकान के बरामदे में उनका शव रस्सी से झूलता हुआ मिला। लोगों का आरोप है कि देबेंद्र राय की हत्या कर शव को रस्सी से लटकाया गया है।