दालचीनी, जीरा चाय, तुलसी-काली मिर्च अदरक की चाय से इम्युनिटी को मिलेगी मजबूती
कोरोना को भागाने के लिए मास्क को ठीक से लगाने की जरूरतःडा. पीएन सिन्हा
संक्रमण तेजी से फैल रहा, आपकी सावधानी अही आपके परिवार का सुरक्षा कवच
पवन शुक्ल, सिलीगुड़ीः कोरोना बढ़ते प्रभाव और खान-पान में कोताही, अच्छी नींद नहीं आने से इम्युनिटी अर्थात रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती। अगर कोर्इ खास बिमारी नहीं है, तो चाय की इस प्याली से आप अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता का विस्तार कर सकतें है। वहीं इस सावन के महिने में रिमझिम फुहारों के बीच चाय की प्याली हाथ में मौसम के मजा को दोगुना कर देती है। वहीं कोरोना संकट के बीच चाय तैयार करने में कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का प्रयोग किया जाए तो सेहत के लिहाज से अच्छा रहेगा। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से तैयार की गई चाय के सेवन से इम्युनिटी मजबूत करने में मदद मिलती है। अगर स्वस्थ्य इंसान दिन में एक या दो बार तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सूखी अदरक और मुनक्का का काढ़ा पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है। भारतीय परिवारों में खांसी, जुकाम और मौसमी बिमारियों से निजात कई छोटी-मोटी को दूर किया जा सकता है। आर्युवेद के हिसाब से दालचीनी, जीरा चाय, तुलसी-काली मिर्च इम्युनिटी बूस्टर का काम करती है। वहीं इसकी बाजार में मांग भी बढ़ गर्इ है, लेकिन अगर यही चाय की प्याली में मिला हो तो जहां सुहाने मौसम का मजा बढ़ जाता है। वहीं रोग प्रतिरोधाक क्षमता यानि इम्युनिटी को बुस्ट करने में सहायक होता है। हलांकि ये आर्युवैदिक से कोरोना का खात्मा तो नहीं कर सकती पर उससे लड़ने की प्रतिरोधक क्षामता का विकास करेगी।
दालचीनी की चाय: आर्युवेद के अनुसार, दालचीनी की चाय वजन घटाने में मदद करती है, वहीं इसके सेवन से हृदय रोग का खतरा कम हो जाता है। दालचीनी जहां ब्लड शुगर को संतुलित बनाए रखने में मदद करती है। वहीं यह बैक्टीरिया व फंगल इंफेक्शन से भी बचाव करती है। आधा इंच दालचीनी की छाल लेकर इसे एक गिलास पानी में पांच-सात मिनट तक उबालकर गुनगुना पीएं, या चाय के कप में भी उपयोग कर सकते हैं।
जीरा चाय: दाल का तड़का हो सब्जी की छौंक जीरा का प्रयोग तो होताही है। जीरा पाचन तंत्र को मजबूत बनाती है और शरीर पर बढ़ी चर्बी को घटाने में मदद करती है। अगर आपको पसंद है तो जीरा के साथ धनिया और मेथी के बीज भी मिला सकते हैं। आधा चम्मच जीरा, आधा चम्मच धनिया के बीज और आधा चम्मच मेथी दाना को एक कप पानी में डालकर उबालें। अच्छी तरह से उबलने के बाद इसे गुनगुना करके पिएं तो स्वास्थय के लिए लाभदायक होगा।
तुलसी-काली मिर्च की चाय: इम्युनिटी बूस्टर है और मौसमी संक्रमणों से लड़ने में तुलसी-काली मिर्च की चाय काफी मदद करती है। काली मिर्च के साथ यदि तुलसी और लौंग को मिलाकर इसका सेवन करें तो और भी फायदेमंद हो जाएगी। तुलसी के तीन-चार पत्ते, दो काली मिर्च और एक लौंग को 2 गिलास पानी में उबालें, 2 मिनट बाद इसे गुनगुना पिएं।
अदरक की चाय: अदरक वाली चाय की मांग तो हमेशा से रही है। अगर गले में कोर्इ संक्रमण है तो उससे बचाने लिए, साथ ही भूख बढ़ाने में अदरक की चाय काफी मददगार सबित होती है। सर्दियों में अक्सर अदरक वाली चाय पीने का प्रचलन है। वहीं सर्दी और खांसी से राहत देने के साथ पेट की कई समस्याओं से छुटकारा दिलाती है। आधा चम्मच कसी हुई अदरक को एक गिलास पानी में पांच से छह मिनट तक उबालें। उबालने के बाद इसे गुनगुना पिएं। जिन लोगों को हाइपरएसिडिटी या हाई ब्लडप्रेशर की शिकायत है, तो वे डॉक्टर से परामर्श लेने के बाद ही इस चाय का सेवन करें।
कोरोना को भागाने के लिए मास्क को ठीक से लगाने की जरूरतःडा. पीएन सिन्हा
इस बावत सिलीगुड़ी मेडिकल एशोसिएशान के पूर्व अध्यक्ष डा. पी एन सिंहा का कहना है कि दालचीनी, जीरा चाय, तुलसी-काली मिर्च अदरक का प्रयोग करीब-करीब सभी घरों में होता है। इसका कोर्इ वैज्ञानिक प्रमाण तो नहीं है, लेकिन फायदेमंद है। इम्युनिटी की चर्चा करते हुए डा. सिन्हा ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को शुगर, ब्लडप्रेशर, हार्ट, कैंसर जैसी जानलेवा बिमारी नहीं है तो उसका इम्युनिटी ठीक रहता है। लेकिन इसके लिए कम से कम 8 घंटे की नींद के साथ उठने के दौरान फ्रेसनेस होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि खानपान पर ध्यान देना होगा। कोशिश करें फास्टफूड से दूर रहें, पाच्य भोजन करें, जिससे उन्हें रोग प्रतिरोधक क्षामता का विस्तार होगा। खास कर कोरोना संकट के दौरान उन्होंने हर आम खास से अपील किया है, कि इस कोरोना संक्रमित को पहचानना मुश्किल है, जब तक जांच नहीं होगी पाता नहीं चलेगा। इसलिए बेहतर मास्क काप्रयोग करें जो नाक से लेकर दाढ़ी के नीचे तक जिससे एयरक्रस ना हो कम से कम सर्जिकल मास्क प्रयोग जरूर करें। वहीं साफ सफार्इ के साथ सामजिक दूरी का ख्याल रखे, अभी संक्रमण तेजी से फैल रहा है, इसलिए अनावश्यक रूप से बाहर ना निकलें। आपकी सावधानी अही आपके परिवार का सुरक्षा कवच है।