सिलीगुड़ी के आसपास के बाजारों पर प्रशासन कसे नकेल
डीएम के आदेश पर खालपाड़ा बंद, पार्षद की मेहनत रंग लायी
अंत भला सब भाला, धन्यवाद प्रशासन व व्यापरियों कोः खुशबु मित्तल
मॉल को भी रखा जाय बंद, पुलिस को और सख्त होने की जरूरत
न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः अंततः खालपाड़ा 22 तक के लिए लाकडाउन कर दिया गया। सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोशिएशन और व्यापारियों व पार्षद के बीच खींचातानी के बीच प्रशासन ने शुक्रवार को हुर्इ बैठक में गल्ला मंडी खालपाड़ा को पांच दिनों के लिए बंद करने का आदेश दे दिया। इस बावत वार्ड 8 की पार्षद खुशाबु मित्तल प्रशासन और व्यापारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि एसोशिएशन को सिर्फ व्यपारियों की चिंता है। जबकि इस बाजार में व्यापारियों का परिवार भी रहता है। इसलिए हमें उन परिवारों की चिंता है, खालपाड़ा में रहते हैं। उन्होंने बताया कि अंत भला तो सब भाला और पांच दिनों के लाकडाउन से व्यापारियों और उनके परिवारों को काफी राहत मिलेगी। मालूम हो कि वार्ड 8 की पार्षद खुशबु मित्तल ने बीते तीन दिनों से सड़क पर उतर कर व्यापारियों से स्वंय प्रतिष्ठान बंद करने का अनुरोध कर रही थी। इसके साथ ही व्यापारियों को मैसेज भी कर रही थी। लेकिन गुरुवार के मैसेज के बाद जब मर्चेंट एसोशिएशन ने दुकानों को खोलने का बात कही। इसके बाद मामला और बढ़ गया कुछ व्यापारी पार्षद के घर को घेराव कर बाजार बंद कराने की मांग करने लगे। व्यापारियों का कहना था, कि बाजार में काम करने वाले लेबर वहीं से आते हैं, जहां कोरोना को लेकर पूरी तरह से सख्ती करते हुए लाकडाउन की श्रेणी में है। एसे में वे बाजार में काम करने आएंगे तो बाजार में कारोना के संक्रमण तेजी से फैलेगा। बताते चलें कि खालपाड़ा भी कोरोना की चपेट में मौत के साथ यहां भी संख्या बंढ रही है।
पुलिस को और सख्त होने की जरूरत
लाकडाउन धीरे-धारे ही सही लोग घरों से निकलने का सिलसिला पहले दिन से कम हो रहा है। परंतु पुलिस को सड़को पर मास्क आदि की जो दुकानें खुली है उसे भी बंद कराने की जरूरत है। वही भक्तिनगर थाना क्षेत्र के सालुगाढ़ा में भी थोडा ध्यान दे। क्योंकि सालुगाढ़ा समेत आसपास के क्षेत्रों में आवश्यक वस्तु की दुकानें दिन भार खुली होने कारण लोगों का आवागमन बंद नहीं हो रहा है। सब्जी और राशन की दुकानों के खुलने का समय निर्धारित हो तो भीड़ कम होगी। इसके साथ ही मुख्य सड़कों पर मास्क, सेनेटाइजर आदि की दुकानें खुली है। जिसके बंद होने के बाद ही सामुदायिक संक्रमण पर पूरी तरह से रोक लगाया जा सकता है। वहीं सबसे अहम बात यह है कि भाक्तिनगर थाना के नाक के नीचे ही चाय, गुटखा गैसे स्टोप जैसी दुकानें खुली है, इस पर लाकडाउन का नियम नहीं लगता।
मॉल को भी रखा जाय बंद
हलांकि शहर के मॉल खुले हैं, जिसमें आवश्यक वस्तु की खारीदारी के लिए लोग आ रहे हैं। हलांकि वहां सेनेटराइजेशान और बुखार को नाप कर ही प्रवेश की अनुमित मिल रही है। लेकिन सच्चार्इ यह है कि संक्रमित व्यक्ति को अगर बुखार नहीं है तो आसानी से प्रवेश कर सकता है। जबकि मॉल में एसी होने के कारण बंद होता है। अगर कोर्इ संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है तो किटाणु हवा में रहेंगे एसे में मॉल में भी संक्रमण का खतरा बरकार है।