अम्बेडकर जयंती के उपलक्ष में एमएमएमयूटी में भव्य समारोह

• मुख्य वक्ता डॉ. मिलिंद राज आनंद ने युवाओं को दिया 'पे बैक टू सोसाइटी' का संदेश 

एनई न्यूज भारत,गोरखपुर|15 अप्रैल : मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में छात्र क्रियाकलाप परिषद द्वारा एक भव्य समारोह का आयोजन आर्यभट्ट सभा कक्ष में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अधिष्ठाता संकाय मामले प्रो. यू.सी. जायसवाल रहे।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव चंद्र प्रकाश प्रियदर्शी, छात्र क्रियाकलाप परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. राजन मिश्र, मुख्य वक्ता डॉ. मिलिंद राज आनंद, सह अधिष्ठाता डॉ. अवधेश कुमार, प्रो. विट्ठल गोले सहित विश्वविद्यालय के शिक्षकगण, अधिकारी, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन साक्षी तिवारी और सूर्यांश श्रीवास्तव ने किया।

कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुई, इसके पश्चात विश्वविद्यालय का कुलगीत प्रस्तुत किया गया। सभी अतिथियों का शॉल और पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया।उपाध्यक्ष डॉ. राजन मिश्र ने स्वागत भाषण में डॉ. अंबेडकर को विचारधारा का प्रतीक बताया। इसके पश्चात डॉ. अंबेडकर के जीवन और संघर्ष पर आधारित एक प्रेरणादायक चलचित्र भी प्रदर्शित किया गया।

मुख्य वक्ता डॉ. मिलिंद राज आनंद ने अपने वक्तव्य में अंबेडकर आंदोलन पर बुद्ध, कबीर, रैदास और नानक की विचारधारा के प्रभाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने ज्योतिबा फुले, सावित्रीबाई फुले और शाहूजी महाराज की प्रेरणाओं को भी वर्तमान सामाजिक एवं राजनीतिक परिप्रेक्ष्य से जोड़ा। युवाओं को 'पे बैक टू सोसाइटी' की भावना के साथ समाज में योगदान देने का आह्वान किया।

प्रो. विट्ठल गोले ने डॉ. अंबेडकर के अर्थशास्त्र में योगदान पर प्रकाश डाला, जबकि डॉ. पी.के. भारती और कुलसचिव श्री चंद्र प्रकाश प्रियदर्शी ने उनके सामाजिक सुधारों पर चर्चा की। कुलसचिव ने श्रमिकों और महिलाओं के अधिकारों के लिए डॉ. अंबेडकर द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। 

समारोह की अध्यक्षता कर रहे प्रो. यू.सी. जायसवाल ने बाबा साहब को महान शिक्षाविद, कानूनविद और दूरदर्शी नेता बताया। समापन से पूर्व डॉ. राजन मिश्र, डॉ. अवधेश कुमार और अन्य अतिथियों द्वारा स्मृतिचिन्ह भेंट कर मुख्य अतिथियों का सम्मान किया गया। डॉ. अवधेश कुमार ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

इसके उपरांत डॉ. अंबेडकर की समानता की विचारधारा को जनमानस तक पहुँचाने हेतु राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आर्यभट्ट हाल से अंबेडकर भवन तक पदयात्रा निकाली गई। इस पदयात्रा का नेतृत्व एनएसएस सचिव अभिनव कुमार तथा उनके सहकर्मी साक्षी सिंह और सूर्यांश विक्रम सिंह ने किया। पदयात्रा में सभी अतिथियों एवं छात्रों ने सहभागिता की।

यह आयोजन डॉ. अंबेडकर के आदर्शों को समझने और अपनाने का एक सार्थक प्रयास रहा, जिसने उपस्थित जनसमूह को सामाजिक समरसता और समानता की दिशा में प्रेरित किया।