अपराध के विकास के सीने में दफन हुआ खादी-खाकी गठजोड़
कानपुर के बर्रा थाना के क्षेत्र में गाड़ी पलटी, भागने की कोशिश
कानपुर से पहले गाड़ी में हथियार छीनने की कोशिश में गाड़ी पलटी
न्यूज भारत, लखनऊ: 'मैं विकास दूबे कानपुर हूं' उज्जैन के महाकाल मंदीर में 24 घंटे पहले गूंजने वाली आवाज 24 घंटे बाद ही खामोश हो गई। दुर्दांत दुबे को लेकर आ रही यूपी एसटीएफ के काफिले की गाड़ी पलट गई। पुलिस का कहना है कि गाड़ी पलटते ही विकास ने पुलिस का पिस्टल छीन कर भागने की कोशिश की और पुलिस द़वार आत्म रक्षा में चली गोली से विकास दूबे को इनकाउंटर में मार गिराया। पुलिस अधिकारियों का कहना है घटना के बाद उसे हैलट अस्तपाल लाया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो उन्होंने हादसे के बाद गोलियों के चलने की आवाज सुनी। उसके आधार पर पहले ही यह साफ हो चुका था कि विकास की मौत हो चुकी है।
विकास के सीने में दफन हुआ खादी-खाकी गठजोड़
आठ पुलिस कर्मियों के जघन्य हत्या का हत्यारा अतं कानपुर में ही हुआ। लेकिन सबसे अहम बात यह है कि अपराध के विकास को किस-किस खाकी-खादी के गठजोड़ से अपराध का सामराज्य खड़ा किया वह उसके सीने में इनकांउटर के बाद खत्म हो गया। विकास के गठजोड़ की बात करें तो पुलिस के लोग भी उसके राजदरबारियों में शामिल थे। इसके साथ ही पत्नी का पंचायत सदस्य होने के साथ-साथ चुनाव में खाकी की मदद करने के कारण आज विकास दूबे कानपुर वाला हुआ। हलांकि यूपी पुलिस ने दुर्दांत अपराधी विकास को मार कर अपने साथियों का बदला तो ले लिया, लेकिन जरूरत है अभी विकास के खाकी गठजोड़ का पता लगाना होगा। मालूम हो कि जिस गाड़ी में विकास था वही गाड़ी हादसे का शिकार हुई। उसकी गाड़ी बर्रा थाना क्षेत्र के पास पलट गई और वह मौके का फायदा उठाते हुए पुलिस के हथियार छीन कर भागने की कोशिश की, और गाड़ी निकाल कर भागने लगा। हलांकि पुलिस ने उसे आत्म सर्मपण को कहा लेकिन पुलिस के छीने हथियार से फायरिंग की। इसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में हुई गोली बारी विकास दूबे मारा गया। उसके बाद कानपुर के हैलट अस्पताल में उसे ले जाया गया है। डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हथियार छीनने की कोशिश करने लगा था विकास
खबरों की माने तो गाड़ी पलटने के बाद दुर्दांत दुबे पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश करने लगा था। उसी छीनाझपटी में पुलिस ने मार गिराया। आईजी एसटीएफ ने इस बात की पुष्टि की है कि दुर्दांत दुबे ने पुलिस का हथियार छीनने की कोशिश की थी। वहीं आईजी का कहना है कि दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और विकास के कमर में गोली लगी है। कितनी गोली लगी है यह पुलिस के अधिकारी नहीं बता पा रहे हैं। वहीं विकास की मां का तबीयत भी बिगड़ चुकी है।
घटना के पांच किमी पहले रोक दी गई थी मीडिया की गाड़ियां
उज्जैन से लेकर कानपुर आ रही यूपी एसटीएफ की गाड़ियों के पीछे मीडिया की तकरीबन पांच गाड़ियां चल रही थी। लेकिन ऐन कानपुर के पहले मीडिया की गाड़ियों को रोक दिया गया और पांच मिनट के बाद ही गाड़ी पलट गई। पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि दुर्घटना के बाद वह पुलिस टीम का पिस्टल लेकर भाग रहा था, जिसके कारण पुलिसकर्मियों को गोलियां चलानी पड़ी।