सुवेंदु से मिले डुआर्स छठी अनुसूची मांग समिति के लोग, सौंपा ज्ञापन

• सरकार को आदिवासियों के साथ अत्‍याचार करने नहीं दिया जायेगा: टाइगर

वीडियो देखें:

 https://www.facebook.com/share/v/1BZTze9k7w/

एनई न्यूज भारत,अलीपुरदुआर:विधान सभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी से 23 फरवरी, को आदि‍वासी नेता राजेश लकड़ा उर्फ टाइगर के साथ डुआर्स छठी अनुसूची मांग समिति के सदस्‍यों ने हासीमारा एयर बेस के पास मुलाकात की और छठी अनुसूची की मांग के लिए एक ज्ञापन सौंपा। इसके साथ ही चाय बागानों की जमीनों को उद्योगपतियों को चाय बागान की 30% भूमि आवंटित करने के विरोध विधान सभा से भाजपा के द्वारा विरोध में वाक आउट करने का स्‍वागत किया गया।  सौंपे ज्ञापन में डुआर्स छठी अनुसूची मांग समिति ने मांग किया है कि चाय बागान भूमि पर पश्चिम बंगाल सरकार के अध्यादेश को रद्द करना है। इसके साथ ही समिति ने चाय बागान श्रमिकों को केवल 5 डेसीमल भूमि देने वाले अध्यादेश को रद्द करने का आग्रह किया और विधान सभा में पारित करने के लिए उनकी भूमि पर पूर्ण स्वामित्व अधिकार का अनुरोध किया। समिति ने नए अध्यादेश को तत्काल निरस्त करने के साथ ही समिति ने पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा हाल ही में जारी अध्यादेश का कड़ा विरोध किया,  जो कि उद्योगपतियों को चाय बागान की 30% भूमि आवंटित होगा। समिति ने इसे तत्काल रद्द करने की मांग की और अधिकारी से इस मामले को सदन में उठाने का अनुरोध किया। इसके साथ समिति ने हिल्स, तराई और डुआर्स को छठी अनुसूची के तहत शामिल करने के संबंध में भी ज्ञापन कहा गया है। इन क्षेत्रों को भारतीय संविधान की छठी अनुसूची के तहत शामिल करने का आह्वान किया गया। वहीं नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि वह इन चिंताओं को जल्द से जल्द विधान सभा में उठाएंगे। प्रतिनिधिमंडल में 15 प्रतिनिधि शामिल थे, जिनमें , स्वदेशी भारतीय समुदाय का प्रतिनिधी राजेश लाकड़ा, एजीओएसओएस के सघन मोक्तन,  आदिवासी ग्राम सभा से चंदन लोहोरा, आदिवासी लिबरेशन फ्रंट से डॉ. जय प्रफुल्ल ने सुवेंदु अधिकारी से मुलाकात की और औपचारिक रूप से ज्ञापन सौंपा। इस बावत आदिवासी नेता राजेश लकड़ा उर्फ टाइगर ने कहा कि सरकार को आदिवासियों के साथ अत्‍याचार करने नहीं दिया जायेगा।