विदेशी जानवर की तस्करी हुआ नाकाम

• विदेशी जानवर अल्पाका की तस्करी को बीएसएफ ने किया नाकाम

• बीएसएफ 32वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने नदिया ज़िले से तस्करों के चंगुल से अल्पाका को बचाया

एनई न्यूज भारत,नदिया: 2 अक्टूबर को बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत सीमा चौकी (बीओपी) बानपुर, 32वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने सतर्कता बरक़रार रखते हुए पश्चिम बंगाल के नादिया ज़िले से भारत-बांग्लादेश सीमा पर विदेशी वन्यजीवों की तस्करी के प्रयास को सफलतापूर्वक विफल। सतर्क जवानों ने अंतराष्ट्रीय सीमा पार एक विदेशी अल्पाका की तस्करी के फिराक में तस्करों को रोका और भारत में ले जाए जाने से पहले ही जानवर को बचा लिया।

अल्पाका पेरू में एंडीज की तलहटी में पाया जाने वाला एक बेशकीमती जानवर है और अपने शानदार ऊन के लिए प्रसिद्ध है, जिसे बांग्लादेश से भारत में तस्करी करके लाया जा रहा था। हिमालयी क्षेत्रों के बाहर भारत में अल्पाका बहुत कम पाए जाते हैं, जिससे तस्करी का यह प्रयास एक अनोखी और चिंताजनक घटना बन गई है।

यह घटना बीओपी बानपुर में दूसरी शिफ्ट में तैनात जवानों के दौरान हुई, जब बीएसएफ कर्मियों ने सीमा बाड़ के पास संदिग्ध गतिविधियों को देखा। बीएसएफ जवानों ने बारीकी से निरीक्षण करने के बाद, जवानों देखा कि तीन बांग्लादेशी बदमाश बांस की सीढ़ी का उपयोग कर अल्पाका को बाड़ के ऊपर ले जा रहे थे। चार भारतीय सीमा पर पशु को लेने का इंतज़ार कर रहे थे। जवानों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर चेतावनी दिया और तस्करों को रोकने के लिए हवाई राउंड फायरइंग किया। बांग्लादेशी तस्कर तुरंत अपनी सीढ़ी और अल्पाका को छोड़कर भाग गया, वहीं भारतीय तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर गायब हो गया और पास के आम के बगीचे का फ़ायदा उठाकर भाग गया।

बचाए गए अल्पाका को उचित पुनर्वास और देखभाल के लिए वन विभाग को सौंप दिया गया।

बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जनसंपर्क अधिकारी श्री एन.के. पांडे, डीआईजी ने इस ऑपरेशन की प्रशंसा करते हुए कहा: "हमारे सतर्क जवानो की त्वरित और निर्णायक कार्रवाई देश की सीमाओं और उसके वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए बीएसएफ की अटूट प्रतिबद्धता का एक और उदाहरण है। इस अल्पाका का बचाव न केवल वन्यजीव तस्करी के खिलाफ लड़ाई में एक जीत है, बल्कि हमारे सीमा सुरक्षा प्रोटोकॉल की प्रभावशीलता का भी प्रमाण है। बीएसएफ सीमा पर सभी अवैध गतिविधियों के खिलाफ एक मजबूत निवारक के रूप में खड़ा है, और बीएसएफ जवान हम हमेशा सतर्क रहेंगे।"