बुहान के मुहान पर गुरुंग बस्ती

 

लाकडाउन में भी नहीं हुआ नियमों का पालन अनलाक रहा वार्ड

आज भी बंद होने के बाद बांस की बल्लियों आते-जाते हैं टोटो

लाकडाउन में 18 मर्इ 20 को “न्यूज भारत” के पार्टल पर थी खबर

न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः शहर में बढ़ते कोरोना के संक्रमण का सबसे अधिक असर अगर कही है, तो चंपासरी, रेगुलेटड मार्केट प्रधाननगर व गुरुंगबस्ती है। बावजूद इसके प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी यहां की स्थितियों में कोर्इ परिर्वतन नहीं हुआ। सबसे अहम बात यह है कि मामला जब अधिक संवेदनशील हो तो स्वयं को संभालने की जरूरत होती है। लेकिन यहां के हालात देखने से यहीं लगता वैश्वीक बिमारी कोरोना को यहां के लोगों से डरना चाहिए…! क्योंकि मुहल्ले में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए प्रधाननगर-गुरूंगबस्ती तीराहे पर प्रशासन द्वारा किया गया बैरकेटिंग भी सिर्फ दिखावा मात्र है। अगर यहां के लोगों ने स्वयं को सचेत नहीं किया व नियमों की अनदेखी की तो कोरोना की स्थिति इस तरफ की बुहान जैसी होगी।  मालूम हो कि लाकडाउन के मर्इ माह दूसरे सप्ताह में कोरोना संक्रमित गुरूंगबस्ती मिले तो प्रशासन ने सख्ती दिखार्इ। बवजूद इसके यहां के लोगों ने हल्के में लिया। लेकिन अब जब धीरे-धीरे संक्रमितों की संख्या बढ़ रही, इस क्षेत्र में कोरोना अपना पांव तेजी से फैला रहा है। तो प्रशासन के साथ ही हर आम लोगों की भी नैतिक जिम्मेदारी बढ़ जाती है। इस बावत देश के प्रधानमंत्री, सूबे की मुख्यमंत्री समेत सभी पदाधिकारी कहते है,  “दो गज की दूरी व मास्क भी जरूरी”  का पालन स्वयं को करना चाहिए। वहीं कोरोनना जैसी जानलेवाबिमारी से स्वयं व अपने परिवार के साथ-साथ   समाज में रहते हुए स्वयं अपनी अपनी नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करें।