धन्य है वह मां जो आप जैसे बहादुरों को जन्म दियाः पीएम

सुदर्शन चक्रधारी कृष्ण को भी अपना आदर्श मानते हैः नरेन्द्र मोदी

गलवाल के बलवानों की पूरी दुनियां में हो रही जय जय कार

आपका साहस उस ऊंचाई से भी ऊंचा है, जहां, आप तैनात हैं

न्यूज भारत, नर्इ दिल्लीः  देश के वीर सपूतों ने गलवान घाटी में जो अदम्य साहस दिखाया, वो पराक्रम की पराकाष्ठा है। देश को आप पर गर्व है, आप पर नाज है। लद्दाख के अचानक दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने चीन के साथ झड़प में घायल जवानों से मुलाकात की और उनका उत्साह बढ़ाया। इसके बाद जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के वीर सपूतों ने गलवन घाटी में जो अदम्य साहस दिखाया, वो पराक्रम की पराकाष्ठा है। अब विस्तारवाद का युग समाप्त हो गया है, यह विकास का युग है।  जब भी मैं राष्ट्रीय सुरक्षा पर आधारित निर्णय के बारे में सोचता हूं, मैं दो माताओं के बारे में सोचता हूं। पहली हमारी भारत माता है और दूसरी हमारी माताएं हैं जिन्होंने आप जैसे बहादुरों को जन्म दिया है । उक्त बातें लद्दाख में जवानों को संबोधित करते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कही। उन्होंने लद्दाख में तैनात महिला सैनिकों की चर्चा करते हुए कहा कि सीमा पर अपने सामने महिला सैनिकों को देख रहा हूं और सीमा पर युद्ध के मैदान में यह दृश्य देश के लिए कितना प्रेरणादायक है। इससे हमें अदम्य साहस मिलता है। उन्होंने चीन को सख्त संदेश देते हुए कहा कि अब विस्तारवाद का युग समाप्त हो गया है, यह विकास का युग है। इतिहास गवाह है कि जब भी विस्तारवादी ताकतें अन्याय किया तो तो हार गई हैं या फिर पीछे हटने को मजबूर हुई हैं। भारत सपूतों की बात करते हुए मोदी ने कहा कि आप उसी धरती के वीर हैं, जिसने हजारों वर्षों से अनेकों आक्रांताओं के हमलों और अत्याचारों का मुंहतोड़ जवाब दिया है। हम वो लोग हैं जो बांसुरीधारी कृष्ण की पूजा करते हैं, वहीं सुदर्शन चक्रधारी कृष्ण को भी अपना आदर्श मानते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 14 कोर की जांबाजी के किस्से हर तरफ है, दुनिया ने आपका अदम्य साहस देखा है। आपकी शौर्य गाथाएं घर-घर में गूंज रही है, भारत के दुश्मनों ने आपकी फायर भी देखी है और आपकी फ्यूरी भी। उन्होंने कहा कि मैं गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों को आज पुनः श्रद्धांजलि देता हूं। उनके पराक्रम, उनके सिंहनाद से धरती अब भी, उनका जयकारा कर रही है। साथ ही आज हर देशवासी का सिर, आपके सामने आदरपूर्वक नमन करता है। आज हर भारतीय की छाती आपकी वीरता और पराक्रम से फूली हुई है। सैनिकों के साहस की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा,  आपका साहस उस ऊंचाई से भी ऊंचा है, जहां, आप तैनात हैं। आपका निश्चय, उस घाटी से भी सख्त है, जिसको आप रोज अपने कदमों से नापते हैं। आपकी भुजाएं, उन चट्टानों जैसी मजबूत हैं, जो आपके इर्द-गिर्द हैं। आपकी इच्छा शक्ति आस पास के पर्वतों की तरह अटल हैं।  आपका ये हौसला, शौर्य और मां भारती के मान-सम्मान की रक्षा के लिए आपका समर्पण अतुलनीय है। आपकी जीवटता भी जीवन में किसी से कम नहीं है। जिन कठिन परिस्थितियों में जिस ऊंचाई पर आप मां भारती की ढाल बनकर उसकी रक्षा, उसकी सेवा करते हैं, उसका मुकाबला पूरे विश्व में कोई नहीं कर सकता। वहीं दिल्ली आने से पहले घायल जवानों से मिले लद्दाख पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के साथ झड़प में घायल हुए जवानों से मिले। इस समय हॉस्पिटल में 18 जवान भर्ती हैं, जिनका इलाज चल रहा है। पिछले महीने लद्दाख के गलवान घाटी में चीन और भारतीय सैनिकों में जबरदस्त झड़प हुई थी। चीनी सैनिकों ने धोखे से भारतीय जवानों पर हमला कर दिया था। इस घटना में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे जबकि चीन के भी 40 जवान मारे गए थे। कई जवान घायल हो गए थे।
सुबह 9 बजे लेह पहुंचे थे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के साथ शुक्रवार को लेह पहुंचे। पीएम मोदी सुबह करीब साढ़े नौ बजे लेह पहुंचे, और नीमू भी गए। यहां उन्होंने थलसेना, वायुसेना एवं आईटीबीपी के कर्मियों से बात की। मोदी ने इस दौरान बिपिन रावत से लद्दाख का पूरा नक्शा भी समझा। पीएम मोदी के आने से जवानों में भी जोश भर गया था। उन्होंने पीएम के सामने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे भी लगाए।