बड़ी संख्या बंग्लादेशी घुसपैठियों को रोका

 

• बिना बाल के प्रयोग किए बीएसएफ ने सभी घुसपैठियों को खदेड़ा 

• जलपाईगुड़ी में तैनात बीएसएफ के 93वी वाहिनी के सतर्क जवानों ने बंग्लादेशी घुसपैठियों को रोका 

एनई न्यूज भारत,जलपाईगुड़ी: बंग्लादेश में चल रहे विरोध प्रदर्शन में बीएसएफ ने सभी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा बड़ा दिया। इसी क्रम में 7 अगस्त को जलपाईगुड़ी में तैनात बीएसएफ के 93 वीं वाहिनी सतर्क जवानों ने घुसपैठियों को आने से रोका। जवानों ने बिना किसी बल का प्रयोग किए बिना एक बड़ी संख्या में बांग्लादेशी को भारत में प्रवेश करने से रोक। बांग्लादेश में जारी अशांति के बीच 7 अगस्त को दोपहर करीब 1 बजे, 300 बांग्लादेशी नागरिक, जिनमें ज्यादातर हिंदू समुदाय के थे, उन्होंने जलपाईगुड़ी जिले में भारत बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में घुसपैठ करने की फिराख में थे। ये ग्रामीण बांग्लादेश के पंचगढ़ जिले के गांवों सुनसेरपाड़ा, धामरघाट, चिरकुटी, लखीपाड़ा, बोनाग्राम, कठूमारी, पानीडुबी और बनियापारा से थे। ये सभी गांव अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 3 से 4 किलोमीटर के अंदर हैं। इस संबंध में बीएसएफ के 93वीं वाहिनी के सतर्क जवानो ने पहले से ही सक्रिय थे। उन्होंने तत्परता से कार्रवाई की और तुरंत अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पहुंच गए और बांग्लादेशी नागरिकों को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ही रोक दिया। बाद में जब भीड़ बढ़ने लगी लेकिन उन्होंने बीएसएफ के निर्देश और अनुरोध का पालन नहीं किया। बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने तत्काल बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश के अधिकारियों से संपर्क किया। संपर्क के तुरंत बाद ही पंचगढ़ जिले के जिला मजिस्ट्रेट, पंचगढ़ के चेयरमैन और बीजीबी के सेकेंड इन कमांड मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाया। बांग्लादेशी नागरिक वापस बांग्लादेश लौट गए। अब स्थिति नियंत्रण में है और शांतिपूर्ण है। इस प्रकार बीएसएफ अधिकारियों और 93वी वाहिनी के जवानों द्वारा किए गए प्रयास से बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिकों की घुसपैठ को नाकाम किया। बीएसएफ ने बिना किसी बल का प्रयोग किए शून्य घुसपैठ नीति का पालन करने में सफलता प्राप्त की। इस प्रयास की आसपास के भारतीय ग्रामीणों ने काफी सराहना किया गया। अभी भी सेक्टर मुख्यालय सिलीगुड़ी के उप महानिरीक्षक पी.के.सिंह, 93वी वाहिनी के कमांडेंट संजय कुमार सिंह अन्य अधिकारियों और जवानों के साथ वहां डेरा डाले हुए हैं और मौजूदा स्थिति का विश्लेषण कर रहे हैं।