फसल कम होने से हरी सब्जियों के भाव आसमान पर
पहले की अपेक्षा अब हरी सब्जियों में चार गुना इजाफा
आवक कम, मांग ज्यादा होने से बिगड़ा कीचन का स्वरूप
पवन शुक्ल, सिलीगुड़ीः वैश्वीक बिमारी कोरोना का असर पहले इंसानो तक ही सीमित था। परंतु धीरे-धीरे पांव पसार रहे कोरोना का इंसानों से अधिक कीचन पर पड़ने लगा है। कोरोना के बढ़ते मामले से सिलीगुड़ी की थोक मंड़ी रेगुलेटड मार्केट बंद होने से बाहर से हरी सब्जियों की आवक कम हो गर्इ। जबकि सोमवार से रेगुलेटेड मार्केट खुल जाने के बाद भी आवक कम होने से सब्जियों के भाव आसमान पर है। वहीं सिलीगुड़ी के आस-पास सालुगाढ़ा, विधान मार्केट एवं चेकपोस्ट के पास बंग्ला बाजार बंद होने से सब्जियों के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके कारण अब सब्जियों के मूल्य में चार गुना का इजाफा हुआ है। वहीं जानकार ये भी मानते हैं कि तेल के मूल्यों में हो रही तेजी से बृद्धि के कारण भी गाड़ियों के भाड़े में बढ़ोत्तरी होने से मूल्यों में इजाफा हो रहा है। वहीं रेगुलेटेड से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना संक्रमण के दौरान लाकडाउन होने से उत्पादक हरी सब्जियों के उत्पादन नहीं कर सके, जिसके कारण फसल कम होने से भी हरी सब्जियों के भाव अभी आसमान पर ही रहेंगे।
आलू (30 से 35) बाजार बंद होने से सबसे प्रमुख आलू के मूल्य में करीब 5 रूपये से अधिक का इजाफा हुआ है। जबिक नए आलू की आवक भी कम है, जिसके कारण नया आलू 30 रूपये से उपर बिक रहा है।
प्याज (25 से 30) किचन कासबसे महत्वपूर्ण प्याज भी रूला रही है। कारण कि रेगुलेटेड मार्केट बंद होने के कारण प्याज की गाड़ी बाजार से हट के दूर-दराज के क्षेत्रों में अन लोड हो रही है। जिसके कारण लोडिंग-अनलोडिंग में परेशानी के कारण करीब 5 रूपये तक प्याज के भाव में इजाफा हुआ है।
टमाटर (70 से 90) कीचन की थाली में सलाद के सब्जियों का स्वादिष्ट बनाने वाले टमाटर का रंग भी गहरा हो गया। लाकडाउन में 20 रूपये किलों बिकने वाले टमाटर के भाव भी आसमान पर निर्धारित मूल्य से करीब तीनगुना रेट पर मिल रहा है।
मिर्चा (10 से 20) किचन के स्वाद को तीखा बनाने वाली मिर्चे का तीखा पन भी बढ़ गया है। 10 रूपये पाव वाला मिर्चा भी दोगुना रेट पर बिकने लगा है।
परवल (70 से 80) हरी सब्जियों में परवल भी अपना रंग दिखा रहा है। कोरोना काल में 20 से 25 रूपये बिकने वाला परवल आज फुटकर बाजार में तीन गुना इजाफे पर मिल रहा है।
करैला (50 से 60) बाजार में करैले की कडवाट भी कुछ कम नहीं है। लाकडाउन में 30 से 40 रूपये बिकने वाले करैले मूल्य में भी तेजी से इजाफा हुआ है।
इसी प्रकार हरी सब्जियों में लौकी, नेनुआ, साग समेत अन्य सब्जियों के मूल्य में हुए इजाफे से थाली के स्वाद पर कोरोना का संकट के ग्रहण से ग्रसित हो गया है।