-दीदी के फरमान से कई नेताओं के मोबाइल हुआ स्वीच ऑफ, कई हुए सिलीगुड़ी से फरार
-डाबग्राम-फूलबाड़ी की बेशकीमती जमीनों की दलाली में मीडिया की भूमिका सवालों के घेरे में
एनई न्यूज भारत, सिलीगुड़ी
उत्तर बंगाल का शहर सिलीगुड़ी इन दिनों खबरों की सुर्खियों में है। सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डाग्राम-फूलबाड़ी के ब्लाक अध्यक्ष को सलाखों के पीछे करके भू-माफियाओं से संबंध रखने वाले नेताओं को सकते में डाल दिया है। भक्तिनगर थाना क्षेत्र के सेवक रोड स्थित रामकृष्ण मिशन मामले में केजीएफ गैंग का नाम आने के बाद ही पुलिस और सीआईडी दोनों को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। वहीं दूसरी ओर तृणमूल नेताओं के द्वारा कथित वसूली और जमीनों पर कब्जे को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तेवर तल्ख होने पर तृणमूल के पार्षद, नेता सकते में हैं। हालांकि रामकृष्ण मिशन मामले में पुलिस ने करीब एक दर्जन केजीएफ गैंग के गुर्गो को गिरफ्तार कर चुकी हैं। जबकि इस गैंग को पीछे से सर्पोट करने वाले सफेदपोश नेताओं के नाम खुलाशा करने पुलिस विफल रही, लेकिन तीन से चार मुख्य आरोपियों को लेकर पुलिस अभी भी तलाश कर रही है। वहीं दूसरी ओर डाबग्राम-फूलबाड़ी की बेशकीमती जमीनों की दलाली में पुलिस और दलालों के बीच की कड़ी बन रहे मीडिया कर्मियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।
हालांकि बुधवार को रामकृष्ण मिशन की जमीन कब्जे में केजीएफ गिरोह के चार प्रमुखों को पकड़ने के लिए सीआईडी और पुलिस ने ईस्टर्न बाइपास, सेवक रोड समेत कई जगहों पर छापेमारी की, लेकिन असफलता हाथ लगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अुनसार पुलिस का इशारा मिलते ही गिरोह के सदस्य इलाके से भाग गये हैं। जबकि इस मामले से जुड़े डाबग्राम-फुलबाड़ी इलाके के एक तृणमूल नेता कोलकाता जाकर कुछ तृणमूल नेताओं को गिरफ्तार करने के बाद रिहाई की कोशिश कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो एसजेडीए के पूर्व बोर्ड सदस्य को गिरफ्तार करने के लिए सीआईडी उच्च अधिकारियों के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। वहीं कोलकाता से हरी झंडी मिलने पर सिलीगुड़ी में कुछ और प्रभावशाली तृणमूल नेताओं पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। इस गिरफ्तारी के डर से कई नेताओं के मोबाइल के स्वीच ऑफ और कुछ भूमिगत हो गए हैं या तो शहर से फरार हो गए हैं। सूत्र बताते हैं कि सीआईडी की तैयारी एक दिन की नहीं करीब एक माह से मीडिया, नेता और दलाल रडार पर हैं। वहीं, सीआईडी की टीम की जांच में एक के बाद एक सनसनीखेज जानकारियां मिलीं। जिसमें सिलीगुड़ी में रंगदारी, अवैध जमीन सौदों में करोड़ों रुपये का लेन देन हुआ है और कुछ जमीनीस्तर के नेताओं के नाम भी सामने आ रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) के बोर्ड के कई सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत मिले हैं और ममता बनर्जी ने 27 की बैठक में पिछले सात वर्षो में हस्तानांतरण हुए जमीनों के जांच का निर्देश दिया। सीआईडी से सूचना मिलने के बाद पुलिस ने बुधवार को फूलबाड़ी के तृणमूल नेता देबाशीष प्रमाणिक को अवैध जमीन लेनदेन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। सीआईडी ने सिलीगुड़ी नगर निगम के दो पार्षदों, डाबग्राम-फुलबाड़ी इलाके के एक अन्य तृणमूल नेता और एसजेडीए के एक पूर्व पदाधिकारी को गिरफ्तार करने की तैयारी शुरू कर दी है। जैसे ही आलाकमान का आदेश मिलेगा वैसे ही जांच की आंच में झुलस रहे नेताओं को सलाखों के पीछे होने में देर नहीं लगेगी।