गरीब कल्याण अन्न योजना दीपावली व छठ तकः प्रधानमंत्री

अन्नदाता व इमानदार टैक्सपेयर पाल रहे गरीब जनता का पेट

प्रधान हो या प्रधानमंत्री कोई भी नियमों से ऊपर नहीं

न्यूज भारत, नर्इ दिल्लीः कोरोना बढ़ते प्रभाव के बीच गरीब कल्याण अन्न योजना दीपावली/छठ तक यानी नवंबर के आखिर तक जारी रहेगी। वहीं सभी लोगों से अनुरोधा है कि अनलॉक के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरते क्योंकि अब मौसम बदल रहा ऐसा में सर्दी-जुकाम बढ़तातो हमें अब अधिक सर्तकता की जरूरत है। हमने देखा है कि जब  ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है, तब हम ज्यादा लापरवाह होते जा रहे हैं। इसलिए कोरोनाजैसी जनलेवा बिमारी से बचाव के लिए मास्क, गमछा, फेसकवर और सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 बजे राष्ट्र के नाम संदेश में 17 मिनट के इस भाषण में मोदी ने गरीबों परिवारों के लिए अहम ऐलान किया।  उन्होंने कहा कि  “गरीब कल्याण अन्न योजना” जारी रखने के मतलब यह है कि  अब से प्रत्येक 5 महीने तक हर गरीब परिवार के प्रत्येक सदस्य को 5 किलो गेहूं या चावल मुफ्त।साथ ही  5 महीने तक हर गरीब परिवार को एक किलो चना भी मुफ्त दिया जाएगा। इस योजना का लाभ 80 करोड़ परिवारों को इस योजना का अगले 5 महीने तक फायदा मिलता रहेगा। वही इस योजना को जारी रखाने के लिए 90 हजार करोड़ से ज्यादा खर्च होंगे। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के वक्त इस योजना की शुरुआत की गई थी, 3 महीने में 60 हजार करोड़ खर्च हुए। उन्होनें कहा कि अगर हम दुनियां से भारत की तुलना करें तो भारत कोरोना के मामले में संभली हुई स्थिति में है, लेकिन अनलॉक में लापरवाही बढ़ती जा रही है। जबिक लोगों को लॉकडाउन की तरह ही अनलाक डाउन में सतर्कता दिखाने की जरूरत है। जो नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, हमें उन्हें टोकना होगा, रोकना होगा और समझाना भी होगा। भले ही हम दो गज दूरी को लेकर, बीस सेकंड हाथ धोने को लेकर सतर्क रहे हैं। आज जब हमें ज्यादा सतर्कता की जरूरत है तो लापरवाही बढ़ना बहुत ही चिंता का कारण है।वहीं कंटेनमेंट जोन में बहुत ध्यान देना होगा, लाकडाउन के दौरान गंभीरता से सभी लोगों ने नियमों का पालन किया । अब इसे गंभीरत से राज्य सरकारें, स्थानीय निकाय की संस्थाओं को, देश के नागरिकों को फिर से उसी तरह की सतर्कता दिखाने की जरूरत है। विशेषकर कंटेनमेंट जोन पर बहुत ध्यान देना होगा। जो नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उन्हें रोकना-टोकना और समझाना होगा। प्रधान हो या प्रधानमंत्री कोई भी नियमों से ऊपर नहीं अभी आपने खबरों में देखा होगा कि एक देश के प्रधानमंत्री पर 13 हजार का जुर्माना इसलिए लग गया, क्योंकि वे मास्क पहने बिना गए थे। भारत में भी स्थानीय प्रशासन को इसी चुस्ती से काम करना चाहिए। यह 130 करोड़ भारतीयों की रक्षा का अभियान है। गांव का प्रधान हो या देश का प्रधानमंत्री, कोई भी नियमों से ऊपर नहीं है।  मुफ्त अनाज की योजना अगले 5 महीने भी लागू करने की महत्वपूर्ण घोषणा कर रहा हूं। वर्षा ऋतु के दौरान और उसके बाद मुख्यतौर पर कृषि क्षेत्र में ही ज्यादा काम होता है। दूसरे सेक्टरों में थोड़ी सुस्ती रहती है। जुलाई से धीरे-धीरे त्योहारों का भी माहौल बनने लगता है। 5 को गुरुपूर्णिमा है, फिर सावन शुरू होगा, फिर 15 अगस्त, रक्षा बंधन, गणेश चतुर्थी, नवरात्रि, दुर्गापूजा शुरू होगी। त्योहारों का समय जरूरतें बढ़ाता है और खर्च भी बढ़ाता है। हमने फैसला लिया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक यानी नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाएगा। फैसले का मतलब है कि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली योजना अगले 5 महीने भी लागू रहेगी। उन्होंने कहा कि वन नेशन, वन राशन कार्ड की व्यवस्था हो रही है पूरे भारत के लिए हमने यह सपना देखा है। कई राज्यों ने अच्छा काम किया है, बाकी राज्यों से भी हम आग्रह कर रहे हैं कि काम आगे बढ़ाएं। यह काम है, पूरे देश के लिए एक राशन कार्ड की व्यवस्था करना। यानी वन नेशन, वन राशन कार्ड। इसका सबसे बड़ा लाभ उन गरीबों को मिलेगा जो रोजगार के लिए अपना गांव छोड़कर किसी और राज्य में जाते हैं। उन्होंने किसानों-टैक्सपेयर की वजह से गरीबों का पेट भर पा रहे हैं आज गरीब को सरकार मुफ्त राशन दे पा रही है तो इसका श्रेय दो वर्गों को जाता है। पहला हमारे अन्न देवता मेहनती किसान, दूसरा हमारे देश के ईमानदार टैक्स पेयर। आपका परिश्रम और समर्पण ही है, जिसकी वजह से देश यह मदद कर पा रहा है। आपने देश का अन्न भंडार भरा है इसलिए गरीब का चूल्हा जल रहा है। आपने ईमानदारी से टैक्स भरा है इसलिए आज देश का गरीब इतने बड़े संकट से मुकाबला कर पा रहा है।  हम आत्मनिर्भर भारत के लिए दिन-रात एक करेंगे। हम सब लोकल के लिए वोकल होंगे। इसी संकल्प के साथ हम 130 करोड़ देशवासियों के साथ मिलकर संकल्प के साथ काम भी करना है और आगे भी बढ़ना है।