भारत-बांग्लादेश सीमा की घटना, कार्यवाही में तस्कर हुआ घायल, अस्पताल ले जाने में तोड़ा दम
न्यूज भारत, उत्तर 24 परगना व नदिया: दक्षिण बंगाल सीमांत के अंतर्गत 82 वाहिनी सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने बहादुरी और सूझबूझ के साथ तस्करी करने आए तस्करों के मंसूबों पर पानी फेरते हुये उनको करारा जवाब दिया l तस्करों ने भारतीय सीमा मे घुसने के बाद जवानों पर हमला कर दिया। इस दौरान बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में एक तस्कर घायल हो गया। जवानों ने मानवता दिखाया और घायल तस्कर को इलाज कै लिए अस्पताल लै जाने के दौरान दम तोड़ दिया।
27 सितंबर, 2023 को रात्रि करीब 7.30 बजे, 82 वीं वाहिनी बीएसएफ की सीमा चौकी रंगियापोता के जवानों ने ड्यूटी के दौरान अपने जिम्मेवारी के इलाके में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के समीप कुछ लोगों के समूह को संदिग्ध गतिविधि करते हुए देखा और जब इन संदिग्धों ने जीरो लाइन के पास धार नाला को पार करने की कोशिश की तो जवानों ने उन्हे बार-बार पीछे हटने और नजदीक न आने की चुनौती दी। सीमा से सटा वहां का इलाका घनी वनस्पतियों से घिरा और झाड़ीदार है जहां पूरी तरह से अंधेरा था, जिसका फायदा उठाकर तस्करों ने अचानक बीएसएफ जवान को घेर लिया और लगातार उसकी आंखों में तेज रोशनी वाली टॉर्च की फ्लैशलाइट मारी और आक्रामक तरीके से उसकी ओर बढ़े। बीएसएफ जवान उन्हे बार बार पीछे हटने के लिए चेतावनी देता रहा लेकिन तस्करों ने पीछे हटने की बजाय जवानों पर तेज धारदार वाले ’दाह’ से जानलेवा हमला किया। ड्यूटी पर तैनात जवान ने बामुस्किल अपने आपको इस हमले से बचाया, और उसने अपनी जान के ख़तरे को भांपते हुए और चारों ओर से बदमाशों से घिरे होने के कारण आत्मरक्षा और तस्करी को विफल करने के इरादे से काफी नजदीक आ चुके तस्करों के कमर के नीचे अघातक हथियार (नॉन लीथल) से फायर किया। फायर से भयभीत होकर सभी तस्कर मौके से फरार हो गए। तत्पश्चात, घटना स्थल की गहन तलाशी के दौरान मौके से एक तस्कर घायल अवस्था में पाया गया और एक बैग भी बरामद किया गया जिसमे फेंसीडिल की 45 बोतलें पाई गई। घटनास्थल से लोहे के तेज धार वाले एक ’दाह’ को भी बरामद किया गया है। घायल तस्कर को बीएसएफ कार्मिकों द्वारा तुरंत प्राथमिक उपचार दिया गया और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उसे फ़ौरन बीएसएफ की एंबुलेंस से सरकारी अस्पताल, कृष्णानगर ले जाने का इंतजाम किया गया, परंतु इस दौरान उसने दम तोड़ दिया। मृत तस्कर की पहचान रबीऊल हक के तौर पर हुई जो कि गाँव पीरपूरकुल्ला चऊडंगा बांग्लादेश का रहने वाला था l जो कि घटनास्थल से 6 किलोमीटर दूर है l बीएसएफ द्वारा इस घटना के संबंध में तस्करों के ख़िलाफ़ थाना भीमपुर जिला नदिया में एफआईआर दर्ज करवाकर जब्त फेंसेडिल और अन्य सामान को संबंधित पुलिस विभाग को आगे की कार्यवाही के लिए सौंप दिया गया। तस्कर अक्सर करते हैं जवानों पर जानलेवा हमला: बीएसएफ प्रवक्ता दक्षिण बंगाल सीमांत के डीआईजी सह प्रवक्ता ए के आर्य, ने बताया की भारत–बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ जवान अपनी जान की परवाह किए बैगर सीमा पर हमेशा मुस्तैद रहते हैं। उन्होंने कहा की जब तस्करों को उनके गलत मंसूबों में सफ़लता नहीं मिल पाती तो वे झुंझलाकर जवानों पर जानलेवा हमला करते हैं जिसकी वजह से कई बार हमारे जवान गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। जवान अपनी और सरकारी संपत्ति की सुरक्षा के साथ–साथ तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठाते हैं जिसके परिणामस्वरूप कई बार तस्करों को इसके गंभीर परिणाम भी भुगतने पड़ते है।