बीएसएफ ने मानव तस्करी को जड़ से मिटाने के लिए सीमा में किया जागरूकता कार्यक्रम

न्यूज़ भारत, मालदा: भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात बीएसएफ न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय सीमा की रखवाली कर रहा है बल्कि विभिन्न एनजीओ के साथ मिलकर, अपराधों और कुरीतियों पर अंकुश लगाने के लिए समय–समय पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है। इसी सिलसिले में दिनांक 17 अगस्त, 2023 को दक्षिण बंगाल सीमांत के अंतर्गत, 70 वीं वाहिनी की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) ने ‘शक्ति वाहिनी’ एनजीओ के साथ मिलकर चिंता मोनी चमत्कार गर्ल्स हाई स्कूल, मालदा में मानव तस्करी की रोकथाम और अन्य अपराधों से संबंधित एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस जागरुकता कार्यक्रम में बीएसएफ की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) ने स्कूली छात्राओं को मानव तस्करी, बाल शोषण, बाल श्रम, लैंगिक भेदभाव, सोशल मीडिया का गलत तरीके से इस्तेमाल करना और शिक्षा के महत्व इत्यादि विषयों पर जानकारी दी। जागरूकता कार्यक्रम में 12 शिक्षकों और 250 स्कूली छात्राओं ने भाग लिया।
शिक्षकों और छात्राओं ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए बीएसएफ का आभार व्यक्त किया और जवानों से भविष्य में भी इस तरह का जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का आग्रह किया।  बीएसएफ, दक्षिण बंगाल सीमांत केडीआईजी  प्रवक्ता ए के आर्य,  ने कहा कि मानव तस्करी जैसे अपराधों को नष्ट करने के लिए सर्व समाज को साथ आना होगा। हमें समाज के कमजोर लोगों को पहचाने कि जरूरत है जिनको दलाल सबसे पहले अपना लक्ष्य बनाते हैं। इस तरह हम सब मिलकर मानव तस्करी के नेटवर्क को नष्ट कर सकते हैं और एक सुरक्षित दुनिया बना सकते हैं जहां हर व्यक्ति के अधिकारों और गरिमा का सम्मान किया जा सके। उन्होंने कहा कि आइए हम सभी सतर्क रहें और मानव तस्करी को समाप्त करने के लिए एक साथ आगे आएं।