बीएसएफ ने 5 लाख की हीरोइन के साथ एक तस्कर को दबोचा
चार माह पहले ही जेल से तस्करी में रिहा हुआ था तस्कर
न्यूज भारत, उत्तर 24 परगना:दक्षिण बंगाल सीमांत के अंतर्गत सीमा चौकी डोबिला, 153 वीं वाहिनी के जवानों ने हीरोइन की तस्करी के संबंध में विशेष जानकारी के आधार पर तस्करी के प्रयास को विफल कर दिया और एक तस्कर को मौके पर ही पकड़ लिया। तस्कर यह हीरोइन भारत से बांग्लादेश में पार करने की फिराक में था। जब्त हीरोइन का वजन 7.380 ग्राम है और जिसकी अनुमानित कीमत 4,90,000/- रुपये है।
उल्लेखनीय है कि, सीमा चौकी डोबिला के जवानों को मोटरसाइकिल से गांव कैजुरी बाजार से गांव मल्लिकपुर की ओर जा रहे एक तस्कर की सूचना मिली। तत्पश्चात, जवानों ने कैजुरी से मल्लिकपुर जाने वाली सड़क एक अंबूश लगाया। लगभग 1235 बजे, कैंप संतरी ने संदिग्ध मोटरसाइकिल सवार को रोका और उसकी तलाशी ली। तलाशी के दौरान उसकी जेब से 07 छोटे पाउच बरामद किये गये। इसके बाद जांच में इन पाउच में हीरोइन की पुष्टि हुई। पकड़े गए तस्कर की पहचान भागीरथ सरकार, पिता स्वर्गीय तुलसी सरकार, ग्राम बारा बांकरा उत्तरपारा, जिला उत्तर 24 परगना के रूप में हुई।
पूछताछ के दौरान तस्कर ने पेशे से अपने आप को किसान बताया। इससे पहले 2020 में उसे स्वरूपनगर पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार किया था। इस मामले में वह 03 वर्षों तक बशीरहाट जेल में न्यायिक हिरासत में था और लगभग 04 महीने पहले रिहा हुआ था। आगे उसने बताया कि लगभग 0930 बजे, उसके पड़ोसी कमल मंडल, पिता केरामुल मंडल, गांव स्वरूपनगर ने उसे 07 पाउच नशीली वस्तुओं की सौंपी और उसे मलिकपुर रोड स्थित मोबाइल टॉवर के पास एक अज्ञात व्यक्ति को सौंपने को कहा। सफल डिलीवरी के बाद उसे कमल मंडल से 500 रूपये मिलने थे।लेकिन इस काम को अंजाम देने से पहले ही बीएसएफ जवानों ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
पकड़े गए तस्कर और जब्त सामान को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए थाना स्वरूपनगर को सौंप दिया गया है
बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत के जनसंपर्क अधिकारी श्री ए के आर्य, डीआईजी ने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी रोकने के लिए बीएसएफ कड़े से कड़े कदम उठा रही है। तस्करों को लगातार पकड़कर पुलिस को सौंपा जा रहा जा रहा है। इसके चलते ऐसे अपराध में शामिल लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।