बीएसएफ ने तस्करी को किया विफल, चांदी, दवाइयां और शराब की जब्त
न्यूज भारत, उत्तर 24 परगना: बीएसएफ नै तस्करी के प्रयास को विफल करते हुए, दक्षिण बंगाल सीमांत के अंतर्गत आईसीपी पेट्रापोल, 145 वीं वाहिनी, बीएसएफ के सतर्क जवानों ने सर्चिंग अभियान के दौरान बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्रीन लाइन ट्रेवल्स की दो यात्री बसों से 06 बस चालकों और सहचालकों को चांदी के आभूषणों की तस्करी करते हुए पकड़ा। यह बस यात्रियों को लेकर भारत से बांग्लादेश जा रही थी। जब्त चांदी के आभूषणों का वजन 17.496 किलोग्राम है और जिसकी अनुमानित कीमत 12,70,228 रूपये है। इसके अलावा, जवानों ने बस से गैर कानूनी रूप से जा रही दवाएं और शराब भी जब्त की जिनकी अनुमानित कीमत 6,24,820 रूपये है।
दरअसल, आईसीपी पेट्रापोल के जवानों ने रूटीन चेकिंग के दौरान लगभग 1050 बजे, कोलकाता से आईसीपी पेट्रापोल पहुंची 02 यात्री बसों की तलाशी ली। तलाशी के दौरान जवानों ने दो बसों (रजि. न. 19–L 5151 & 19–L 5252) से 12 बंडल दवा, 18 बोतल शराब और बड़ी मात्रा में चांदी के आभूषण जब्त किये। उपरोक्त वस्तुओं के बारे में पूछताछ करने पर, बसों के चालक और सहायकों ने बताया कि, ये वस्तुएं उनके द्वारा तस्करी के उद्देश्य से बसों में छिपाई गई थी। इसके बाद बीएसएफ के जवानों ने तुरंत बस चालकों और हेल्परों को मौके पर ही पकड़ लिया और सामान जब्त कर लिया।
पकड़े गए तस्करों की पहचान 1. इंद्रजीत राय (चालक), पिता अनिल रॉय, ग्राम बोंसोल, जिला पचिम बर्दमान, 2. भोला पॉल (सहायक), पिता नेपाल पॉल, गांव आजाद नगर मेन गेट, जिला पचिम बर्धमान, 3. समीर साहा (सहायक), पिता निशंकर साहा, ग्राम पछिमपारा, जिला मुर्शिदाबाद, 4. मोहम्मद अरसद (चालक), पिता सनाउल्लाह सईद, ग्राम।आजाद नगर मेन गेट, जिला पश्चिम बर्धमान, 5. जाबेर क़क़बाल लस्कर (सहायक), पिता अफिलुद्दीन लस्कर, ग्राम खंथलबेरिया, दक्षिण 24 परगना और 6. मोहम्मद अमीन (सहायक), पिता मोहम्मद यूसुफ, गांव-22/एफ, लॉक गेट रोड, जिला कोलकाता, पश्चिम बंगाल के रूप में हुई।
पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वे सभी भारतीय पासपोर्टधारी हैं। वे लंबे समय से भारत–बांग्लादेश ग्रीन लाइन बस सेवा में काम कर रहे है। आगे उन्होंने बताया कि उन्होंने धर्मतला, कोलकाता से ये चांदी के आभूषण प्राप्त किए थे और आगे ढाका, बांग्लादेश में बदरारुल नाम के तस्कर को सौंपने थे। उन्होंने दवाओं के बारे में खुलासा करते हुए बताया कि उन्होंने उसी जगह से अली भाई नाम के व्यक्ति से दवाएं प्राप्त की थी और ढाका, बांग्लादेश में जाकर बादशा नाम के तस्कर को सौंपने वाले थे। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने शराब की बोतलें भी धर्मतला के राजीव से प्राप्त की थी और आगे ढाका, बांग्लादेश के रहने वाले रिपन को सौंपनी थी। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि 01 किलोग्राम चांदी के आभूषणों के बदले उन्हें 1000 बांग्लादेशी टका, एक बंडल के बदले उन्हें 1800 बांग्लादेशी टका और जब्त की गई शराब के बदले उन्हें 2200 बांग्लादेशी टका मिलना था।
पकड़े गए तस्करों और जब्त किए गए सामान को वोल्वो बसों सहित कस्टम ऑफिस पेट्रापोल को सौंप दिया गया है।
बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत के जनसंपर्क अधिकारी डीआईजी ए के आर्य ने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी रोकने के लिए बीएसएफ सख्त कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि तस्कर, ट्रक चालक और बस चालक कई बार तस्करी करने की कोशिश करते हैं लेकिन बीएसएफ के मुस्तैद जवान और खुफिया विभाग उनके गैर इरादों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। आगे उन्होंने कहा कि इसके चलते बीएसएफ के जवान तस्करों के मंसूबों को लगातार धाराशाही करते आ रहे हैं।