पत्रकारिता का प्रतिमान स्थापित किया डॉ. रामदरस त्रिपाठी ने : विजय दुबे

विलक्षण क्षमता और व्यक्तित्व के धनी पत्रकार थे डॉ. त्रिपाठी : प्रो. अनंत मिश्र

निर्भीक पत्रकार और पत्रकारिता के रक्षक थे त्रिपाठी जी : प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा

न्यूज भारत, गोरखपुर (उत्तर प्रदेश): वरिष्ठ पत्रकार स्व. डॉ. रामदरश त्रिपाठी त्रिपाठी की 18वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा एवं सम्मान समारोह का आयोजन हुआ l डॉ. राम दरश त्रिपाठी सेवा संस्थान गोरखपुर के तत्वावधान में आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद सांसद विजय कुमार दुबे ने कहा कि डॉ. त्रिपाठी एक निर्भीक पत्रकार थे l सच्चाई से उन्होंने कभी समझौता नहीं किया l पत्रकार और पत्रकारिता की गरिमा बनाए रखने के साथ ही उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में नया प्रतिमान स्थापित किया l डॉ. त्रिपाठी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का शुभारंभ राप्ती नगर स्थित उनके निज निवास पर हवन पूजन के साथ हुआ l वैदिक परंपरा का निर्वहन करते हुए उनकी धर्मपत्नी श्रीमती बिंदा त्रिपाठी एवं पुत्री श्रीमती सुनीता मिश्र ने पूजन के उपरांत ब्राह्मण भोज, दान-पुण्य किया l सायं काल विजय चौक स्थित होटल में आयोजित सम्मान समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले पांच विभूतियों को अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया l प्रमुख रूप से पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा, चिकित्सा के क्षेत्र में प्रख्यात सर्जन डॉ. शिव शंकर शाही, संगीत की विधा से ख्यातलब्धि गायिका डॉ. मिथिलेश तिवारी, खेल के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय पहलवान दिनेश सिंह और समाज सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही श्रीमती सुधा मोदी को सम्मानित किया गया l भोजपुरी ऑफ इंडिया भाई से प्रशिक्षित छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया l अध्यक्षीय संबोधन में प्रोफेसर अनंत मिश्र ने कहा कि वह दरिद्र पत्रकारिता के खिलाफ थे l प्रतिभा और विराट व्यक्तित्व से अपनी ओर आकृष्ट करने की उनके भीतर विलक्षण क्षमता थी l पूर्व महापौर डॉ. सत्या पांडे ने भी विचार रखा l समारोह में अतिथियों के अलावा मौजूद लोगों में डॉ. त्रिपाठी के सानिध्यप्राप्त पत्रकार दैनिक आज के प्रबंधक अखिलेश चंद्, वरिष्ठ पत्रकार रत्नाकर सिंह, नरेंद्र शुक्ला, शांति स्वरूप त्रिपाठी, प्रसिद्ध गीत.. आईहो परदेसिया सवेरे मेरे गांव रे.. के रचयिता रामा राव आदि ने अपने संस्मरण सुनाए l सावन की फुहार पणन लगी सखी रे, सावन की फुहार... मधुर स्वर में डॉ. मिथिलेश तिवारी ने सावन गीत से स्वरांजलि दी l समारोह में लोक गायक राकेश श्रीवास्तव, विनोद कुमार मिश्र, सुभाष दुबे, काशी नरेश चौबे, विश्व मोहन तिवारी सहित भारी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे l समारोह का संचालन शिवेंद्र पांडे और आभार ज्ञापन श्रीमती सुनीता मिश्रा ने किया l