लाकडाउन में भी दे रहे थे सबको सेवा
एक की मौत, सैकड़ों हुए कोरोना से संक्रमित
सिलीगुड़ी शाखा एक सप्ताह के लिए हुर्इ बंद
सीमा पर सैनिक, वित्तीय संस्थानों बैंक निभा रहे अपना फर्ज
न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः वैश्विक बिमारी कोरोना के संक्रमण का कहर, नितनए दिन कोरोना अपने ही पिछले रिकार्ड को तोड़ रही है। इसमें सबसे अधिक अगर किसी को परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है तो वे हैं किसी भी वित्तीय संस्थान के बैंककर्मी, अगर वास्तव में देखा जाय तो डाक्टर व पुलिस के बाद कोर्इ संस्थान अपनी सेवा की निरंतरता को बरकार रखे है, तो वह हैं वित्तीय संस्थानों में बैंक कर्मचारी है। इस महामारी के दौरान हजारों की संख्या में वैंककर्मी कोरोना की चपेट में आए व ठीक होकर पुनः अपने काम पर वापस आए हैं। जबकि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआर्इ) मुख्यालय मुम्बर्इ के एक कर्मचारी की मौत हो गर्इ। वहीं उत्तर बंगाल में भी कोरोना का कहर जारी है, इसीक्रम में एसबीआर्इ सिलीगुड़ी के हाबड़ा पेट्रोलपंम की शाखा को सात दिन के लिए बंद कर दिया। जबकि सेवकरोड जैसी प्रमुख शाखा के कर्मीयों केसाथ एसबीआर्इ कार्ड के तमाम लोग कोरोनासे संक्रमित हैं, बावजूद इसके वित्तीय लेन-देन में कोर्इ असिवधा हो रही है। उधर कुछ एसबीआर्इ कर्मियों जोनल आफिस की प्रशंसा करते हुए बताया कि प्रबंधन की जागरूकता के कारण सिलीगुड़ी में काम चल रहा है, जैसे की किसी भी शाखा में कोरोना संक्रमित के आने की खबर के बाद ही पूरी शाखा को सेनेटराइज करना व संबंधित कर्मचारी को क्वारंटीन के साथ-साथ उचित देखाभाल बेहतर है। बताते चलें कि सरकार द्वारा कोरोना से बचाव के लिए मार्च में वित्तीय वर्ष माह में पूरे देश को लाकडाउन करना पड़ा, बावजूद इसके वित्तीय संस्थान के सिर्फ बैंकों के कारोबार को देखते हुए खोलना पड़ा। जबकि बैंक कर्मी भी अपनी सेवा को बखूबी निभाया। उधर, सबसे अहम जिम्मेदारी एसबीआर्इ पर है, सरकारी, गैर सरकारी व आम जनमानस के अधिकतर खाते एसबीआर्इ में हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही रही कि सरकार के द्वारा गरीबों के खाते में पैसा ट्रासंफर से लेकर सरकार के लेन-देन का हिसाब भी एसबीआर्इ से ही चलता है। अगर देखा जाय एसबीआर्इ ही एक मात्र बैंक है जो सरकार के सभी योजना को बखूबी निभाती है। जिसे पूरा करने के लिए बैंक के कर्मचारियों को सुबह 10 से जब तक काम पूरा न हो अपने काम को बखूबी निभा रही है। जबकि इस अधिक काम के लिए एसबीआर्इ के बैंक कर्मियों को कुछ एक्सट्रा नहीं मिलता है। लेकिन ये भी एक भारतीय योद्धा की तरह अपने फर्ज को निभा रहे हैं। बताते चले कि जिस प्रकार देश अंदर-बाहर की रक्षा के लिए हमारे सेना के जवान करते हैं, ठीक उसी प्रकार एसबीआर्इ भी निभा रही अपना फर्ज।