सर्वदलीय बैठक में पूरा देश एक, ड्रैगन को सख्‍त संदेश

समस्याओं का सामना करेंगे, हम चीनियों को प्रवेश नहीं देना : ममता

राष्ट्रीय सुरक्षा की बात जब आई, पीएम ने ऐतिहासिक फैसले लिए : पीएस तमांग

   न्‍यूज भारत, नई दिल्‍ली : पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी विवाद, 15-16  की रात भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में बदल गया। इस हिंसक झड़प में भारत के 20 जवानों के शहीद होने के बाद देश के लोगों में भारी गुस्‍सा है। देश के गुस्‍से और  इस तनाव से निपटने के लिए केन्‍द्र सरकार कई स्‍तरों पर पहल कर रही है। देश में इस तनाव से निपटने और सभी दलों की राय जानने के लिए प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी ने आज एक सर्वदलीय वर्चुअल बैठक बुलाई है। इसमें देश के 20 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए। जिसमें मौजूदा हालात पर चर्चा चर्चा हुई ।  पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक राष्ट्र की एकता दर्शानें के लिए एक अच्छा संदेश है। हम अपने जवानों के पीछे एकजुट के साथ खड़े हैं, और टीएमसी दृढ़ता से सरकार के साथ एकजुट है। ममता ने कहा कि चीन को दूरसंचार, रेलवे और विमानन क्षेत्रों में प्रवेश नहीं करने देंगे। हम कुछ समस्याओं का सामना करेंगे लेकिन हमें चीनियों को प्रवेश करने की अनुमति नहीं देना है। चीन में लोकतंत्र नहीं है, वह एक तानाशाही हैं। वे वही कर सकते हैं जो वे महसूस करते हैं। दूसरी ओर हमें साथ काम करना होगा, इस एकता से भारत जीतेगा, चीन को हार समाना करना होगा। एकता के साथ बोलिए, एकता के साथ सोचें, और एकता के साथ काम करें। सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के प्रमुख और सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि हमें पीएम मोदी पर पूरा भरोसा है। इससे पहले भी, जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात आई है, तो पीएम ने ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। महाराष्‍ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि  हम सब एक हैं। हम आपके साथ हैं, पीएम हम अपने सुरक्षा बलों और उनके परिवारों के साथ हैं। भारत शांति चाहता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। चीन का स्वभाव विश्वासघात का है। भारत मजबूत है, मजबूर नहीं। सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि देश एक है। पाकिस्तान और चीन की 'नीयत' शुरू से अच्छी नहीं, भारत चीन का डंपिंग ग्राउंड नहीं है इसलिए चीनी सामानों पर 300 फीसद शुल्क लगाया जाय। जदयू प्रमुख और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि चीन के खिलाफ देशव्यापी गुस्सा है। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं होना चाहिए, हम साथ हैं। चीनी उत्पाद लंबे समय तक नहीं चलते हैं। यह हमारा कर्तव्य है कि हम एक हों और केंद्र का समर्थन करें। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि सैनिकों ने हथियार उठाए या नहीं, इसका फैसला अंतरराष्ट्रीय मंच पर समझौतों से होता है,  हमे संवेदनशील मामलों का सम्मान करने की जरूरत है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद अपनी बात शुरू करते हुए कहा कि जब 5 मई को लद्दाख और अन्‍य जगहों पर चीनी घुसपैठ की जानकारी सामने आई, तो उसके तुरंत बाद ही सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए थी। राष्ट्र की अखंडता और रक्षा के लिए पूरा देश एक साथ खड़ा है।  बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा व विभिन्‍न मंत्रालयों के अधिकारी मौजूद हैं।