"फीका ना पड़े कभी रंग तेरा, " जिस्मों से निकल के खून कहे...

 

उनके पैतृक गांव बिंदीपाड़ा में हुआ अंतिम संस्कार  
अमर रहे के नारे से गूंजा डुवार्स, नम आखों से विदार्इ  
चीन के खिलाफ गुस्सा, बदला लेने की उठ रही थी मांग
                                                               

न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः
  भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में हुए हिंसक झड़प में शहीद हुए बंगाल के लाल विपुल राय का पार्थिव शरीर शुक्रवार की देर शाम अलिपुर के बिंदीपाड़ा पहुंचा। शहीद जवान के पार्थिव शरीर शरीर काअंतिम दर्शन करने के लिए जैसे की पूरा अलिपुरद्वार गुरुवार को उमड़ पड़ा। जवान के पार्थिव शरीर को फूल से  सजे व तिंरगे में लिपटे सेना के वाहन में शाम 6 बजे अलिपुरद्वार के बिंदीपाड़ा पहुंचा।  “ऐ मेरी ज़मीं, अफ़सोस नही जो तेरे लिये 100 दर्द सहे, महफ़ूज़ रहे तेरी आन सदा, चाहे जान मेरी ये रहे ना रहे, ऐ मेरी ज़मीं, महबूब मेरी, मेरी नस-नस में तेरा इश्क़ बहे, "फीका ना पड़े कभी रंग तेरा, " जिस्मों से निकल के खून कहे।” मालूम हो कि भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में हुए हिंसक झड़प में बिहार रेजीमेंट के शहीद जवानों में बंगाल के भी दो जवान शहीद हुए थे। मुख्यमंत्री राहत कोष से शहीद हुए जवानों के परिवार को 5 लाख रुपए दिए जाएंगे। यह राशि राज्य सरकार की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा करते हुए कहा कि इनकी शहादत को देश सदैव याद रखेगा।