न्यूज भारत, कोलकताः लद्दाख में भारत व चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद की स्थिति पर चर्चा करने के लिए 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाने के केंद्र के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि हमारी लड़ार्इ सरकार से हो सकती लेकिन जब देश की अस्मिता पर कोर्इ आंच आएगी तो मेरी पार्टी संकट की इस घड़ी में देश के साथ खड़ी है। उक्त बातें बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय नवान्न में पत्रकारों से बात करते हुए कही। ममता ने, ‘‘हम संकट की इस घड़ी में देश और हमारे सशस्त्र बलों के साथ खड़े हैं और सर्वदलीय बैठक बुलाने के फैसले का पूर्ण समर्थन करते हैं। तकनीकी रूप से, यह एक सही निर्णय है।’’ चीन के साथ सीमा गतिरोध के मुद्दे पर सवाल पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम विदेश मामलों से संबंधित मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करना चाहते, यह काम केन्द्र सरकार का है पर जहां देश की अस्मिता को कोर्इ देश भंग करने की कोशिश करेगा तो मैं देश व सरकार के साथ रहूंगी व इसका फैसला केंद्र सरकार को फैसला करने दें।’’ उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए, जिसमें बंगाल के भी दो लाल थे। यह पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में दोनों देशों के बीच हुआ सबसे बड़ा सैन्य टकराव है। इसके कारण दोनों देशों के बीच सीमा पर पहले से जारी गतिरोध की स्थिति और गंभीर हो गई है।