सरकार, सेना के साथ खुद की जागरूकता जरूरी

सस्‍ता नहीं भारत के सम्‍मान का सामान खरीदे: बीसी भरतिया

चीनी सामानों का करें बहिष्‍कार, ड्रैगल खुद आएगा औकात में

स्‍वदेशी जागरण मंच, सीएआईटीए जुड़ी इस अभियान में

देश के कई शहरों मे चीनी सामानों को जलाया किया प्रर्दशन

'भारतीय सामान-हमारा अभिमान' अभियान शुरू, 450 सामानों सूची तैयार  

न्‍यूज भारत, सिलीगुड़ी: चालबाज चीन की नापाक सजिश में जिस तरह से भारतीय सेना के 20 जवानों की शहादत का बदला तो सरकार और सेना ले रही है। लेकिन अब खुद को जागरूक करने की जरूरत है। लद्दाख के पलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुए भारतीय सैनिकों के संघर्ष के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच व कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआइटी) ने चीन के आर्थिक बहिष्कार का आह्वान देश की जनता से किया है। स्वदेशी जागरण मंच के सह संयोजक अश्र्वनी महाजन ने कहा, 'यह घटना उन लोगों की आंखों से पर्दा हटाने वाली है जो चालबाज चीन की पैरवी करते हैं, और यह कहते हैं कि गोलीबारी नहीं हुई है, लेकिन दागाबाज चीन ने अपनी औकात दिखा दी। इसलिए हम देश के सभी लोगों से अनुरोध करता हूं हमें चीन का आर्थिक बहिष्कार करना चाहिए।' इससे पहले मंच दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस प्रोजेक्ट चीन के बजाय भारतीय कंपनी को दिए जाने की मांग कर चुका है। महाजन ने ट्वीट किया, 'क्षेत्र में शांति की स्थापना के लिए तिब्बती लोगों को तिब्बत लौटाया जाना चाहिए।'

450 आयातित सामग्री को सूचीबद्ध किया

उधर, कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआइटी) ने चीन को आर्थिक तरीक से चोट पहुंचाने की तैयारी कर ली है। कैट ने चीनी प्रोडक्ट्स के बहिष्कार और भारतीय सामान के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए 'भारतीय सामान- हमारा अभिमान' अभियान शुरू किया है। सीएआइटी ने चीनी सामान का बहिष्कार करने का आह्वान करते हुए 450 आयातित सामग्री को सूचीबद्ध किया है। उसने कहा कि इसका उद्देश्य चीन से होने वाले 70 बिलियन डॉलर यानी करीब 2.25 लाख करोड़ रुपये के आयात को घटाकर 13 बिलियन डॉलर यानी करीब एक लाख करोड़ रुपये पर ले आना है। 

ये वस्‍तुएं हैं शामिल

सीएआइटी की इस सूची में रोजमर्रा में काम आने वाली वस्तुओं में फर्निशिंग फैब्रिक, खिलौने, घरेलू वस्तुएं, जेम्स एंड जूलरी, फुटवियर, गारमेंट, टेक्सटाइल, बिल्डर हार्डवेयर, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, किचन का सामान, लगेज, हैंड बैग, कॉस्मेटिक्स, गिफ्ट आइटम, फैशन अपैरल, खाद्यान्न, घड़ियां, वस्त्र, स्टेशनरी, कागज, फर्नीचर, लाइटिंग, हेल्थ प्रोडक्ट्स, पैकेजिंग प्रोडक्ट, ऑटो पार्ट्स, फेंगशुई आइटम्स, दिवाली और होली का सामान, चश्मे, टेपेस्ट्री मैटेरियल आदि शामिल हैं। सीएआइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि वर्तमान में चीन से भारत द्वारा आयात सालाना लगभग 5.25 लाख करोड़ यानी 70 बिलियन डॉलर का है। सीएआइटी ने पहले चरण में उन3000 से अधिक वस्तुओं का चयन किया है, जो भारत में भी बनती हैं, लेकिन सस्ते के प्रलोभन में अब तक चीन से इन वस्तुओं का आयात हो रहा था। उन्‍होंने कहा कि अब समय आ गया है, देश के लोग अब सस्‍ता नहीं थोड़ा महंगा ही सही देश की बनी बस्‍तुएं खरीदे जिससे देश का सम्‍मान व आत्‍मनिर्भर बनने का सपना साकार हो।