पूर्वांचल को फिर मिलेगी इतराने की वजह

गोरखपुर का खाद कारखाना अक्टूबर से चलेगा: सीएम योगी

गोरखपुर विश्वविद्यालय में बनेगी बाबा गंभीरनाथ शोधपीठ: धर्मेंद्र प्रधान

ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की प्रतिमा का अनावरण 

एसपी सिंह, गोरखपुर, (उप्र)

केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महंत दिग्विजयनाथ पार्क में गुरुवार को एक भव्य समारोह में युगपुरुष ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत दिग्विजयनाथ की प्रतिमा और म्यूरल पेंटिंग के जरिए महंत दिग्विजयनाथ की जीवन यात्रा को चित्रित करने वाली पेंटिंग का अनावरण किया। धर्मेंद्र प्रधान ने घोषणा की कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में महंत बाबा गंभीरनाथ जी के नाम पर एक चेयर (शोध पीठ) की स्थापना की जायेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बहुप्रतिक्षित गोरखपुर का खाद कारखाना अक्टूबर में चालू हो जाएगा। जिससे यहां रोजगाकर के नए नए अवसर प्रदान होंगे और पूर्वांचल को फिर मिलेगी इतराने की वजह।

गोरखपुर में दैवयोग से हुआ महंत दिग्विजयनाथ जी का आगमन

ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए सीएम योगी ने कहा कि ब्रह्मलीन महंतश्री जीवनपर्यंत राष्ट्रीयता की भावना को आगे बढ़ाते रहे। गोरखपुर में उनका आगमन दैवयोग से हुआ था। वह इतिहास प्रसिद्ध उस राणा राजवंश से थे जिसने राष्ट्र रक्षा में किसी भी प्रकार का बलिदान देने से संकोच नहीं किया। वंशानुगत संस्कार आजीवन उनके में परिलक्षित होता रहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां का खाद कारखाना 1990 में बंद हो गया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मागर्दशर्न में यह अक्टूबर में फिर से चालू होगा। जब एक सकारात्मक सोच और राष्ट्रीय मूल्यों की सरकार सकारात्मक सोच के साथ काम करती है तो यहां का समग्र विकास होता है। यह आज हम सबको देखने को भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने भारत को एक वैश्विक मंच प्रदान किया है। जब हम 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मनाते हैं तो यह भारत की ऋषि परम्परा के प्रति श्रद्धा व सम्मान का भाव  प्रकट करता है। उन्होंने कहा कि महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज आजादी की लड़ाई में इस क्षेत्र के क्रान्तिकारी युवा के रूप में इस आन्दोलन के साथ जुड़े और इसमें बढचढ़कर भाग लिया।

आजादी की लड़ाई में भी थी महंत दिग्विजयनाथ की अहम भूमिका: धर्मेंद्र प्रधान

इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में महंत बाबा गंभीरनाथ जी के नाम पर एक चेयर (शोध पीठ) की स्थापना की जायेगी। उन्होंने महंत दिग्विजयनाथ के कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महिलाओं-बालिकाओं को समान शिक्षा अधिकार की दिशा में महंत दिग्विजयनाथ का निरन्तर प्रयास रहा और इस दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2020 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लाई गयी, नई शिक्षा नीति का आना एक सुखद संदेश है। जब सभी जाति, सभी वर्ग को समान शिक्षा मिलेगी तो विकास को और गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश-केन्द्र सरकार 'सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास' के भाव से निरन्तर कार्य कर रही है। आजादी के 75 साल पूरा होने पर पूरा देश अमृत महोत्सव मना रहा है। गोरक्षनाथ एक शिक्षा का धाम है जो सदियों से समाज की रक्षा के लिए कार्य कर रहा है। आजादी की लड़ाई में महंत दिग्विजयनाथ की अहम भूमिका रही है।

श्री प्रधान ने कहा कि कोरोना काल खण्ड में भारत के प्रधानमंत्री एवं उप्र के मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में इस बीमारी पर नियंत्रण पाया गया। प्रधानमंत्री के जन्म दिवस पर उप्र में 40 लाख वैक्सीन लगाकर रिकार्ड कायम किया गया। जब केन्द्र की सरकार बनी थी तो उज्जवला योजना आरम्भ की गयी। इसके तहत देश में 8 करोड़ महिलाओं को निशुल्क कनेक्शन प्रदान किया गया। जिसमें ढाई करोड़ कनेक्शन उत्तर प्रदेश में दिये गये। शीघ्र ही गैस पाइप लाइन के माध्यम से गोरखपुर में गैस की आपूर्ति की जायेगी जिससे महिलाओं को गैस सिलेंडर के लिए इन्तजार नही करना होगा और यह एलपीजी से सस्ती भी होगी। सरकार गरीबों, वंचितों, पिछड़ों के उत्थान की दिशा में निरन्तर कार्य कर रही है। आने वाले समय में भारत विश्व में अग्रणी देश होगा।

कायर्क्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि विकास की अपनी सकारात्मक सोच होती है जहां व्यक्ति के मन में सकारात्मक सोच नही वहां विकास नही, यह संस्थाओं से प्राप्त होता है, पीढ़ी दर पीढ़ी यह क्रम आगे बढ़ता है। गांव हो, गरीब हो, नौजवान हो, महिलाएं हो इन सबके कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना ने देश में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में एक नई क्रान्ति पैदा की। आज प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के दूसरे चरण का कार्य भी प्रारम्भ हो गया है। बिना भेदभाव हर गरीब को योजनाओं से लाभान्वित किया गया। उन्होंने कहा कि भारत के हर जरूरतमंद नागरिक को योजनाओं का लाभ मिलना ही चाहिए यही सबका साथ सबका विकास है।

इस कार्यक्रम को सांसद रविकिशन, महापौर सीता राम जायसवाल, नगर विधायक डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल, विधायक ग्रामीण विपिन सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह, राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद, सांसद जगदम्बिका पाल, विधायक महेन्द्र पाल सिंह, संगीता यादव, विमलेश पासवान, संत प्रसाद, फतेह बहादुर सिंह, शीतल पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।