हाल-इर्स्टन बाई से सालुगाढ़ा को जोड़ने वाले ठाकुर पंचानन रोड का
रोड कहां है ढूंढते रह जाएंगे, निर्माण के एक दशक में गढ़्ढे में तब्दील हुई सड़क
भारी वाहनों के आवागमन से बरबाद हुई सड़क, गढ़्ढा ही गढ़्ढा, खतरे की आशंका
युवाओं ने किया था विरोध, विभाग ने गिराए गिट्टी व बालू
पवन शुक्ल, सिलीगुड़ी
एक तरफ पहाड़ों की रानी दर्जिलिंग, दूसरी तरफ पर्वतराज हिमालय की चोटियां और तीसरी ओर पर्यटकों को अपनी ओर खींचने वाले डुवार्स के खूबसूरत वादियों के बीच में बसे चिकननेक शहर सिलीगुड़ी के आसपास का हाल बदहाल है। सिलीगुड़ी से गंगटोक और डुवार्स को जोड़ने वाले सालुगाढ़ा और इर्स्टनन बाईपास को जोड़ने वाली लिंक रोड ठाकुर पंचानन का हाल यह है कि सड़क गढ्ढे में या गढ्ढा सड़क में है यह कहना मुश्किल है। इस रोड पर तेजी से आबादी में इजाफा हो रहा है। वहीं इस मार्ग पर आवागमन भी बढ़ गया है। लेकिन सड़क की जर्जर हालत को देखते हुए आए दिन किसी न किसी प्रकार की दुर्घटना होती रही है। वहीं जर्जर सड़कों के कारण किसी दिन बड़ी घटना की संभावना बरकार है।
कहीं दाग ना लग जाए
ठाकुर पंचानन रोड सबसे अहम बात यह है कि पिछले कुद दिनों में अपार्टमेंट का तेजी से विस्तार हुआ और कुछ हो भी रहा है और लोगों की आबादी भी बढ़ी है। इसलिए खासकर स्कूल और कार्यालय जाने के समय ट्रैफिक दबाव इस रोड पर बढ़ जाता है। इसलिए अगर आप तैयार होकर अपने आफिस को जा रहे तो बचने की आवश्यकता है। क्या पता कौन सा वाहन तेज मे गढ्ढे से गुजरे और आपके कपड़ों पर दाग दे जाय। मालूम हो कि इस ठाकुर पंचानन के मुख्य मार्ग से गलियों के तरफ जाने वाले मार्ग पर नगर निगम ने भारी वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए बैरियर लगा था। लेकिन भारी वाहनों को इस तरफ से लेकर जाने वालों ने उस बैरियार को या तो तोड़ दिया या पहुंच बनाकर लगने नहीं दिया। जिसके कारोबार करने वालों के भारी वाहनों का धडल्ले से आवागमन होता रहाता है। इसके साथ ही दुर्घटना की संभावना भी बढ़़ गई है।
इंडिगो से बाईपास तक बुरा हाल
ठाकुर पंचानन रोड पर मुख्यरूप से इंडिगो रेजीडेंसी से लेकर इर्स्टन बाइपास तक करीब आधा किमी सड़क का तो पता ही नहीं है। इस दूरी पर सिर्फ गढ्ढे ही नजर आते है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब इस सड़क का निर्माण हुआ है बाईपास से गंगटोक व डुवार्स जाने वाले भारी वाहन इस रोड से गुजरते है। इसका मुख्य कारण है इस रोड से निकलने पर भक्तिनगर पुलिस स्टेशन नहीं पड़ता है। इसलिए इस रोड पर वाहनो का दबाव बढ़ गया है। सबसे अहम बात यह है कि इस रोड के बनने के बाद इस क्षेत्र में तेजी से गोदाम और कई फैक्ट्रीयों का निर्माण हुआ है। इसके साथ ही शहर को ईंट सप्लाइ के करीब 80 प्रतिशत भंडारण इसी क्ष्ेात्र में होता है। जिससे सुबह करीब 3 बजे से ही ट्रकों का आवागमन शुरु हो जाता है।