75वां स्वतंत्रता दिवस पर जश्ने आजादी
आत्महत्या की कोशिश, युवती को समय पर अस्पताल पहुँचाकर बचाई जान
सीमाओं पर शिविर लगाकर ग्रामीणों में मनवता बांट रहे बीएसएफ के जवान
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चुनौतियों से हटकर बीएसएफ मानवता में भी अव्वल
पवन शुक्ल, कोलकाता/सिलीगुड़ी
भारत में परंपराओं और मानव सेवा के लिए आज पूरी दुनियां में अपनी अलग पहचान सदियों से रखता है। देश की सीमाओं पर देश भक्ति का जज्बा दिल में लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान जहां हर मौसम में देश को सुरक्षित कर रहे हैं। वहीं मानवता की भी अनेक मामले में आए दिन देखने और सुनने को मिल रहे हैं।आज देश चौन की नींद सो रहा है तो उसका मुख्य कारण है हमारे शरहदों की रखवाली में अपना परिवार छोड़कर लगे जवान हैं। दक्षिण बंगाल फ्रंटियार में तैनात 86 बटालियन के जवानों ने आत्महत्या की कोशिश करने वाली युवती को समय पर अस्पताल पहुंचाकर जान बचायी। तो वहीं दूसरी ओर 08 बटालियन ने सीमा पर बसे गांवों में स्वस्थ्य भारत की तस्वीर पेश करते हुए स्वास्थ्य शिविर लगा कर लोगों में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने का काम किया है।
मालूम हो कि बीएसएफ की 86 बटालियन मुर्शिदाबाद जिले के शिकारपुर गांव में तैनात है। 11 अगस्त, 2021 बजे शाम 7 बजे सूचना मिली की प्रिया मंडल(काल्पनिक नाम) नाम की 15 साल की युवती ने आत्महत्या करने की कोशिश की है। लड़की के माता-पिता ने बेटी की जान बचाने की गुहार बॉर्डर आउट पोस्ट शिकारपुर के कंपनी कमांडर को सूचना दी। बोर्डर आउट पोस्ट शिकारपुर के जवानों ने फौरन युवती के परजनों की मदद से युवती को उठाया और नजदीकी अस्पताल करीमपुर ले गए, जहां युवती की हालत अब बेहतर बताई जा रही है। वहीं युवती के पिता ने बताया कि अगर बीएसएफ जवानों ने सही समय पर पहुंचकर मदद नहीं की होती तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। जवानों की इस मानवीय कार्रवाई से प्रशन्न 86 बीएन बीएसएफ कमांडिंग ऑफिसर सुरेंद्र कुमार, ने कहा कि हमारे जवान अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हैं। किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में बीएसएफ के जवान, लोगो के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है।
बीएसएफ मेडिकल कैंप आयोजन कर सीमावर्ती लोगो की कर रही मदद
वहीं दूसरी ओर 11 अगस्त, 2021, को दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत 08वीं वाहिनी ने सीमावर्ती गांव पखिउरा में फ्री मेडिकल कैंप आयोजित किया। यह कार्यक्रम इकबाल सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बीएसएफ की उपस्थिति में आयोजित किया गया। इस मेडिकल कैंप में पखीउरा गांव के लोगो की चिकित्सा जांच करने के बाद उन्हें मुफ्त दवाई भी दी गई ग्राम वासियों में इन कार्यक्रम के प्रति काफी उत्साह देखा गया तथा जनप्रतिनिधियों ने सीमा सुरक्षा बल के इस कार्य के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए निवेदन किया गया कि इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर किया जाना चाहिए, जिससे सीमा वासियों और सीमा सुरक्षा बल के बीच अच्छा तालमेल बना रहे।
08 वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर बी मधुसुदन राव ने बताया कि इस कार्यक्रम को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती इलाके में गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर लोगो की मदद करना है तथा सीमा वासियों के दिलों में सीमा सुरक्षा बल के प्रति विश्वास, सहयोग और आपसी तालमेल को समृद्ध करना है जो कि राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए बेहद आवश्यक है।