नए आईजी रवि गांधी पहुंचे सिलीगुड़ी, पदभार किया ग्रहण
गो-तस्करी के साथ घुसपैठ और तस्करी पर कसी जा सकती है नकेल
न्यूज भारत, सिलीगुड़ी : भारत-बंगलादेश की सीमा पाकिस्तान की सीमा के बाद सबसे महत्वपूर्ण उत्तर बंगाल की अंर्तराष्ट्रीय सीमाएं है। जाली करेंसी, मादक पदार्थ की तस्करी के अलावा गो-तस्करी का कोरिडारे है उत्तर बंगाल की सीमाएं। इसी को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार ने आईपीएस सुनील कुमार की जगह सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कैडर के महानिरीक्षक (आईजी) रवि गांधी को उत्तर बंगाल की जिम्मेदारी सौंपी है। हलांकि बीएसएफ कैडर के आईजी होने के कारण अंर्तराष्ट्रीय सीमाओं की अच्छी परख होती है। अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाने वाले बीएसएफ कैडर के आईजी ने प्रशिक्षण केन्द्र एवं विद्धालय सीमा सुरक्षा बल हजारीबाग झारखंड से अपना कार्यभार सौंप कर शु्क्रवार को सिलीगुड़ी स्थित सीमांत मुख्यालय सीमा सुरक्षा बल उत्तर बंगाल के 29 वें महानिरीक्षक के रूप में अपना पदभार ग्रहण किया।
मालूम हो कि रवि गाँधी ने सीमा सुरक्षा बल में बतौर सहायक कमांडेन्ट दिनांक 16 जून 1986 को ज्वाइन किया था। इन्होनें आजतक अपने 34 वर्ष, 11 महीने तथा 26 दिन की सेवा के दौरान सीमा सुरक्षा बल में विभिन्न पदों पर कार्य किया है। इन्हें सीमा सुरक्षा बल में अनेक पदों पर कार्य करने का बहुत ही अच्छा अनुभव रहा है। इन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान पूरी ईमानदारी, कर्तव्यनिष्ठा और मेहनत के साथ अपने जिम्मेवारियों को पालन किया है। अपने कार्यकाल के दौरान इन्हें बल मुख्यालय के द्वारा वर्ष 1990 में राष्ट्रपति के द्वारा पुलिस वीरता पदक (प्रेसिडेंट पुलिस मेडल फॉर गैलेन्ट्री) तथा वर्ष 2020 में अति उत्कृष्ट सेवा पदक व विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (प्रेसिडेंट पुलिस मेडल फॉर डीस्टींगवीस्ड सर्विस) प्रदान किया गया। तदुपरांत वर्ष 1986 से अबतक इन्हें सीमा सुरक्षा बल महानिदेशक के द्वारा 26 महानिदेशक प्रशस्ति पत्र (डी० जी० सी० आर०) से भी सम्मानित किया जा चुका है। बीएसएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्री गांधी के पदभार ग्रहण करने के बाद से इस फ्रंटियर के भारत-बंगलादेश की सीमओं की चौकसी चाक-चौबंद होगी। गो तस्करी के कोरिडोर के रूप में माने जाने वाले इस क्षेत्र से गो तस्करी, तस्करी, घुसपैठ पर नकेल कसने की संभावना जतायी जो रही है। फ्रंटियर मुख्यालय उत्तर बंगाल रवि गाँधी, महानिरीक्षक के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में अपने चहुंमुखी विकास की ओर अग्रसर होगा और भारत-बांग्लादेश सीमा पर मुस्तैदी से देश की सुरक्षा में अपना योगदान देता रहेगा।