बैखलए तस्करों ने किया जवान पर जानलेवा हमला, घायल
भारत-बंगालदेश की सीमाओं पर बीएसएफ ने बढायी चौकसी
उत्तर बंगाल के साथ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर में भी हो रहे हमले
मजाक बनकर रह गया जवानों के हाथ में हथियार
राइट टू सेल्फ डिफेंस यानी आत्मरक्षा के अधिकार के तहत सामने वाले को उतनी ही चोट या नुकसान पहुंचा सकते हैं, जितनी वह आप को पहुंचाना चाहता है. मान लीजिए अगर कोई आप पर डंडे से हमला करता है, तो आप भी आत्मरक्षा में डंडे का इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन उस पर आप गोली नहीं चला सकते. यदि सामने वाले क और वह गोली चलाने वाला है, तो आप भी आत्मरक्षा में गोली चला सकते हैं. यह आपका आत्मरक्षा का अधिकार माना जाएगा। ऐसे में सबसे अहम सवाल यह है कि अगर समने वाला गोली चलाता तो जवान गोली चलाएंगे..? यदि बीएसएफ के उपर धारदार हथियार से हमला होता है तो उस दौरान धारदार हथियार कहां से लाएंगे...? यह सबसे बड़ा सवाल सरकार के लिए है। आए दिन भारत-बंगालादेश की सीमा पर तस्करों के हमले होते रहते हैं, पर हमारे जवान कानूनों के बंधन में अपनी जान गवानें के साथ घायल होकर अस्पताल में नजर आते हैं। इसलिए जवानों के हाथ में हथियार एक मजाक बन कर रहा गया है
पवन शुक्ल, सिलीगुड़ी
बंगाल के विधानसभा चुनाव के दौरान भारत-बंगलादेश की सीमाओं पर अपनी सुरक्षा चाक-चौबंद होने के बाद से ही तस्करों के हौसले पस्त होने लगे। विधानसभा चुनाव के बाद अब तस्करों ने सीमा क्षेत्रों के ग्रामीणों को बहला-फुसलाकर कर अब जवानों पर हमले के मामले सामने आने लगे हैं। गत दिनों दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुर्शिदाबाद में तैनात 141 बटालियन की गाड़ी पर हमले के मामले भी सामने आए है। आज 5 जून 21 को उत्तर बंगाल फ्रंटियर की 61 बटालियन जो भारत-बंगलादेश के हिली सीमा में तैनात है। तस्करों के मंसूबे नाकाम होने पर तस्करों ने बीएसएफ जवान पर जानलेवा हमला कर घायल कर दिया।
उक्त जानकारी देते हुए सीमा सुरक्षा बल, सीमान्त मुख्यालय उत्तर बंगाल के मुख्य सूचना अधिकारी ने बताया कि ट्रांसबॉर्डर मवेशी तस्करों ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर जिला दक्षिण दिनाजपुर, पश्चिम बंगाल बीएसएफ के जवानों पर सीमा चौकी हिली की सीमा पर तैनात जवानों ने उन्हे रोकने साथ पहचानने की कोशिश की तो भारत-बंगलादेश के तस्करों ने मिलकर हमला कर दिया। बताते चलें कि 05 जून 21 को लगभग 10.25 बजे के आसपास जब जवान बीओपी हिली के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पेट्रोलिंग ड्यूटी कर रहे थे। इसी दौरान ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने 8-10 पशु तस्करों को कुछ मवेशियों के साथ छोटी जमुना नदी के किनारे देखा। तस्कर इन मवेशियो को भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के बिना बाड़ वाले क्षेत्र से बांग्लादेश ले जाने की कोशिश कर रहे थे। जब सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने तस्करों को रोकने की कोशिश की तो तस्करों ने आक्रामक मुद्रा अपनाते हुए बीएसएफ के जवानों को घेर लिया और धारदार हथियारों तथा डंडों से सीमा सुरक्षा बल के जवानो पर जानलेवा हमला कर दिया । तस्करों द्वारा किये गये इस हमले में सीमा सुरक्षा बल का एक जवान बुरी तरह घायल हो गया। घायल हुए जवान मुख्य आरक्षक ब्रजेश कुमार है और उसके सिर पर गम्भीर चोट आयी है। सीमा सुरक्षा बल के घायल जवान को सरकारी अस्पताल बालुरघाट, जिला-दक्षिण दिनाजपुर (पश्चिम बंगाल) में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। इस अपराध के बाद भारतीय पशु तस्कर मौके से फरार हो गए । इलाके में बीएसएफ की तलाशी के दौरान सीमा सुरक्षा बल के जवानो ने 02 मवेशियों को कब्जे में ले लिया। सीमा सुरक्षा बल के जवानो पर हमला करने वाले के पहचान की कोशिश की जा रही है।
उधर दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, बीते गुरुवार सुबह सैकड़ों की संख्या में जुटी ग्रामीणों ने लाठियों और इंटों से पहले बीएसएफ के वाहन को भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं उपद्रवियों ने ड्राइवर और कंपनी कमांडर को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। हालांकि भीड़ के हमले में कंपनी कमांडर और ड्राइवर किसी तरह खुद को बचाने में कामयाब रहे। बीएसएफ ने पूरे प्रकरण की छानबीन के लिए घटना की एफ़आइआर पुलिस स्टेशन जालंगी में दर्ज कराई है। साथ ही इस घटना में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रतिदिन की तरह सुबह करीब पांच बजे मुर्शिदाबाद में बीएसएफ 141 बटालियन अपने इलाके में किसान खेती कार्य के लिए तारबंदी से आगे जाते हैं। इस दौरान ड्यूटी पॉइंट पर खड़े जवान द्वारा प्रत्येक किसान की जानकारी रजिस्टर में भरा जाता है। गुरुवार को भी जवान हर किसान की जानकारी रजिस्टर में लिखकर उन्हें तारबंदी से आगे भेज रहा था। लेकिन कुछ किसान अचानक से गुस्सा होकर वापस चले गए। उनका कहना था कि रजिस्टर में नाम दर्ज करने में ज्यादा समय लग रहा है। किसान खेतों में अपने साथ काम करने के लिए मजदूरों को भी ले जाना चाहते थे। नियमानुसार, बीएसएफ के जवान मजदूरों का पहचान पत्र चेक करने के बाद ही खेतों में भेजने की कारवाई कर रहे थे और जो किसानों को रास नहीं आया। इस बात का पता चलने पर कंपनी कमांडर मौके पर जा रहे थे तो रास्ते में ही तस्करों ने गांव के किसानों को भड़काकर बीएसएफ की जिप्सी पर हमला करा दिया और वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही कमांडेंट नरेंद्र सिंह रौतेला ने बॉर्डर पर जाकर सीमा चौकी चरभद्रा में जॉइंट बीडीओ, ओसी जलांगी, ग्राम प्रधान व पंचायत मेंबर के साथ मीटिंग की। इधर, इस हमले को लेकर बीएसएफ अधिकारियों व जवानों में काफी रोष है।