कठीन परिश्रम से तैयार जवानों को हमेशा चौकस रहने की जरूरत : पंकज कुमार सिंह
‘सीमा सुरक्षा बल के पूर्वी जोन के अपर महानिदेश ने भारत-बंगालादेश की सीमा की रखवाली करने बीएसएफ के विभिन्न अधिकारियों से बैठक कर सीमा की सुरक्षा और हालातो पर चर्चा की। वहीं वह अपने उत्तर बंगाल फ्रंटियार के दौरान के देश को बेहतर कैडट देने वाले सब्सीडयरी ट्रेनिंग सेंटर( एसएटीसी) में प्रशिक्षित जवानों से मुलकात कर उनके प्रशिक्षण की जानकारी हासिल की। इसके साथ ही उनके द्वारा किए करतब को देख कर मंत्रमुग्ध हुए।‘
पवन शुक्ल, सिलीगुड़ी
भारत-बंगलादेश, भारत-पाकिस्तान के सीमीओं के सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों और अधिकारियों के हाथ है। वहीं हमारे जवान अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं और जिससे हम और हमारे देश की जनता सुरक्षित है। इसलिए समय-समय पर इसका आकलन भी होता है जो बीएसएफ के जवान अपनी सीमाओं की सुरक्षा में सर्वोपरि है। सबसे अहम बात यह है कि देश की आन-बान और शान के लिए अपने प्राणों को भारत सुरक्षा के लिए अर्पित करने वाले हमारे जवान जिन कठीन प्रशिक्षण के दौर से गुजर कर तैयार होते वह काबिले तारिफ है। इसके लिए इनके प्रशिक्षकों की भूमिका सर्वोपरि है। उनके इसी त्याग और कठिन प्रशिक्षण के कारण ही आज हमारे जवान हमारी सीमओं की शान है। उक्त बातें बीएसएफ पूर्वी कमान के अपर महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने बीएसएफ एसटीसी सालुगाढ़ा (बैकुंठपुर) प्रशिक्षित जवानों को संबोधित करते हुए कही।
उक्त जानकारी देते हुए सीमा सुरक्षा बल, सीमान्त मुख्यालय उत्तर बंगाल के मुख्य सूचना अधिकारी ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि 02 से 03 जून 2021 तक अपर महानिदेशक, मुख्यालय (पूर्वी कमान) सीमा सुरक्षा बल कोलकता के पंकज कुमार सिंह, ने सहायक प्रशिक्षण केन्द्र सीमा सुरक्षा बल बैकुंठपुर तथा सीमांत मुख्यालय सीमा सुरक्षा बल उत्तर बंगाल का दौरा किया। इस दौरान सुनिल कुमार महानिरीक्षक, सीमा सुरक्षा बल उत्तर बंगाल फ्रंटियर तथा सीमा सुरक्षा बल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उनके साथ थे। सीमा सुरक्षा बल में अपने प्रतिनियुक्ति के उपरांत उन्होंने चर्तुथ बार सीमान्त मुख्यालय उत्तर बंगाल सीमा सुरक्षा बल का भ्रमण किया एवं अधिकारियों व जवानों का मार्गदर्शन करते हुए उनका मनोबल को बढ़ाया।
अपर महानिदेशक महोदय को सीमांत मुख्यालय सीमा सुरक्षा बल उत्तर बंगाल में आगमन पर सर्वप्रथम गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। तत्पश्चात उन्होंने सीमांत मुख्यालय उत्तर बंगाल में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संगोष्ठी कर सीमा क्षेत्रों के बारे में विस्तृत रूप में जानकारी प्राप्त की। तदुपरांत सीमांत मुख्यालय उत्तर बंगाल के महानिरीक्षक सुनील कुमार के द्वारा बोर्डर डोमिनेशन तथा आपरेशनल ब्रीफींग भी दिया गया। अपर महानिदेशक महोदय ने सीमांत मुख्यालय उत्तर बंगाल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सीमा प्रबंधन के उपर गहराई से समीक्षा की तथा अन्य आवश्यक सामरिक दिशा निर्देश भी दिये।
जवानों के करतब देश मंत्रमुग्ध हुए एडीजी
एडीजी अपने दैरे के दौरान बीएसएफ एसटीसी के प्रशिक्षित जवानों से मुलाकत कर उन्हे बेस्ट कैडर बनने को कहा। वहीं एडीजी ने वहां आयोजित कार्यक्रम में जवानों के करतब हो देखकर मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों के इसी कठिन प्रशिक्षण के कारण ही आज बीएसएफ देश की सर्वश्रेष्ठ सीमा प्रहरी के रुप में शामिल है। सालुगाढ़ा में आयोजित कई प्रकार के कार्यक्रम से अभिभूत एडीजी ने प्रशिक्षित जवानों और उनके प्रशिक्षकों को शुभकामनाएं दी। वहीं एडीजी के आगमन को लेकर प्रशिक्षित जवानों के साथ सालुगाढ़ा कैंपस में तैनात 195 बटालियन और 21 बटालियन के अधिकारियों व जवानों ने भी अपनी बेहतर तैयारी और पूरे कैंपस को सजया गया था।