विप्र फाउंडेशन महिला प्रकोष्ठ जोन-7 और स्वयंसिद्धा की प्रस्तुति
न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः पश्चिम बंगाल विप्र फाउंडेशन की महिला प्रकोष्ठ और कोलकाता की प्राचीन संस्था राजस्थान ब्राह्णण संघ की महिला ईकाई स्वयंसिद्धा ने 25 अप्रैल 21 को संध्या "ईश-वन्दना" कार्यक्रम का आयोजन आन लार्इन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कोरोना के बढ़ते हुए प्रकोप को रोकने के लिए प्रभु के समक्ष भजन रूपी पुष्पों द्वारा अरदास रखना था। जूम तथा यू-ट्यूब लाइव के माध्यम के जुड़कर लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम में नीतू पारीक, अमिता पारीक, ज्योति शर्मा, रेणु मिश्रा, संगीता नागला, कृष्णा पारीक, संतोष शर्मा, ललिता जोशी, वंदना शर्मा, संगीता शर्मा, प्रेमलता ओझा, कविता शर्मा, नीता आसोपा, सुशीला देवी जोशी, मधु श्रीमाली और सीमा मिश्रा ने अपने पुष्प रूपी भजन प्रभु को समर्पित किए। विशेष आकर्षण में कुंजल पुरोहित, 11 वर्षीय और दक्ष पुरोहित, 7 वर्षीय के साथ ही साथ हर्षिता पुरोहित ने भी कोरोनो महामारी पर रचित एक कविता प्रस्तुत की। मंच संचालन का श्रीमती कमलेश सिखवाल, उपाध्यक्ष जोन-7 ने अपनी मृदुल वाणी से किया। कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीमती कविता शर्मा, अध्यक्ष ने गणेश वंदना के साथ करते हुए कार्यक्रम में शामिल अतिथियों का स्वागत किया। सुशील जी ओझा, महावीर जी सोती, डॉ.सीए सुनील जी शर्मा, राजकुमार व्यास ने शुभेक्षाएँ व प्रेरणा प्रेषित कर गणगौर कार्यक्रम को ईश-वंदना में परिवर्तन हेतु निर्णय लेने के लिए महिला प्रकोष्ठ जोन-7 की अध्यक्षा श्रीमती कविता शर्मा तथा स्वयंसिद्धा अध्यक्षा श्रीमती संगीता नागला की प्रशंसा की। कार्यक्रम करीब 2 घंटे तक चला। अंत में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्या श्रीमती दुर्गा व्यास ने सभी को धन्यवाद देते हुए कोरोना काल में दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान हेतु 1 मिनट का मौन रखवाया और कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की। उक्त जानकरी महिला प्रकोष्ठ पश्चिम बंगाल, जोन-7 की महामंत्री सीमा मिश्रा ने दी।