मानव तस्करी का भंडाफोड, बीएसएफ ने बंगालादेशी युवती का बचाय

न्यूज भारत, सिलीगुड़ीः सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अंर्तराष्ट्रीय मानव तस्करी का भंडाफोड करते हुए भारतीय मानव तस्कर (दलाल) से बंगलादेशी को युवती को बचाय  है। बीएसएफ ने कानूनी कार्यवाही करते हुए युवती को पुलिस को सौंप दिया।

बीएसएसफ से मिली जानकारी के अनुसार, उत्तर बंगाल फ्रंटियर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने 14 अप्रैल 2021 को एक बांग्लादेशी महिला को मानव तस्करी गिरोह के चंगुल से बचाया है। इस संबंध में एक भारतीय मानव तस्कर को अंतराष्ट्रीय सीमा के इलाके में (दलाल के रूप में कार्य करने वाले) को भी गिरफ्तार किया।  जो भारत से बांग्लादेश में अवैध रूप से महिला को भेजने की कोशिश कर रहा था। 137 बीएन बीएसएफ की सीमा चौकी चकगोपाल जो भारत-बंगलादेश के हिली में अंतराष्ट्रीय सीमा के साथ लगता है। उत्तर बंगाल फ्रंटियर सीमा सुरक्षा बल की मानव तस्करी के खिलाफ गठित इकाई ने खुफिया सूचना के आधार पर विशिष्ट बुद्धिमत्ता से कार्य करते हुए एक टोटो (ई रिक्शा) को पकड़ा। जिससे एक संदिग्ध महिला को 137 वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल की सीमा चौकी चाकगोपाल के इलाके से भारत-बांग्लादेश सीमा की ओर ले जाया जा रहा था। जब सीमा सुरक्षा बल की पार्टी ने संदिग्ध ई-रिक्शा को पूछताछ के उद्देश्य से रोका। उक्त महिला को अपनी पहचान साबित करने के लिए किसी भी कानूनी दस्तावेज देने को कहा, तो वह पहचान के दस्तावेज दिखाने में विफल रही। उसके बाद सीमा सुरक्षा बल के दस्ते ने उसे हिरासत में ले लिया। पकड़ी गई महिला की पहचान मैना रॉय, उम्र 17 वर्ष लगभग पिता का नाम तपन चंद्र रॉय, निवासी गाँव जयदेवपुर, जिला-दिनाजपुर, बांग्लादेश के रूप में की गई। इस बांग्लादेशी महिला के साथ-साथ सीमा सुरक्षा बल की टीम ने उसके साथ रहे भारतीय दलाल को भी हिरासत में ले लिया। उस बांग्लादेशी युवती को अंतराष्ट्रीय सीमा तक ले जा रहा था। पकड़े गये भारतीय दलाल की पहचान मतीउर रहमान मंडल (उम्र 27 वर्ष) पिता का नाम अब्दुल मजीद मंडल, निवासी गाँव-चाकगोपाल, जिला-दक्षिण दिनाजपुर, पंश्चिम बंगाल के रूप में की गई। पकड़े गये दोनों बांग्लादेशी एवं भारतीय नागरिकों को पुलिस स्टेशन हिली को आगे की कानुनी कारवाई के लिये सौंप दिया गया है और इनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।