इस मुल्‍क की सरहद को कोई छू नहीं सकता....

चिकननेक के शहर सि‍लीगुड़ी में दिखेगा अटारी के बाधा बार्डर जैसा नजारा

बंगलादेश की 50वीं र्स्‍वण जयंती वर्ष पर फूलबाड़ी सीमा पर रिट्रीट सेरेमनी

रिट्रीट से दोनों देशों के बीच भाईचारे और सदभावना को बढ़ावा मिलेगा : सुनील कुमार  

पवन शुक्‍ल, भारत-बंगलादेश बार्डर (फूलबाड़ी)

अगर आप खूबसूरत वादियों की सैर करने आएं और भारत-बंगलादेश की सीमा फूलबाड़ी न देखने जाएं तो यहां की ट्रिप आपकी अधूरी ही मानी जाएगी। पश्चिम बंगाल के सि‍लीगुड़ी का फूलबाड़ी बॉर्डर जो भारत और बँगला देश को अलग करता है। अब रोजाना सूर्यास्त से पहले फूलबाड़ी बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी होगी। इस सेरेमनी में भारत के (बीएसएफ) और बंगलादेश (बीजीबी) के जवान शामिल होंगे । हलांकि दूसरी बार शुभारंभ के अवसर पर इसको देखने के लिए दोनों के तरफ काफी संख्या में लोग जुटे हैं। फूलबाड़ी बॉर्डर पर शुरू हुई परेड को देखने के लिए देश भर से पर्यटक आ सकते हैं। यहां पर जवानों की परेड को देखना अपने आप में शानदार अनुभव महसूस करेंगे है। अगर आप दार्जिलिंग, गंगटोक और डुवाार्स की वादियों के नजारे को अपने दिल में कैद करना चाहते हैं तो फूलबाड़ी बार्डर पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी को भी अपने यात्रा कार्यक्रम में शामिल करें। इसका बेहतर अनुभव आपको मिलेगा। बताते चलें कि भारत-पाकिस्‍तान के अटारी सीमा और भारत-बंगलादेश के फूलबाड़ी की सीमा की निगरानी सीमा सुरक्षा बल( बीएसएफ) के हाथों में ही है। उनकी चौकसी और कातिल निगहों से दुश्‍मन को पार पाना संभव है।

एक दशक में बदला फूलबाड़ी सीमा का भूगोल

भारत में फूलबड़ी और बांग्लादेश में बंगलाबांदा के बीच बॉर्डर क्रॉसिंग का उद्घाटन जनवरी 2011 को हुआ था। इससे पहले नेपाल-बांग्लादेश सीमा के माध्यम से 1997 में एक सीमित तरीके से सड़क मार्ग से कारोबार शुरू हुआ था। दोनों तरफ से माल से लदे ट्रक सीमा पार करते हैं और दूसरे देश में गोदामों में माल उतारते हैं। भारतीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और बांग्लादेश की कृषि मंत्री मतिया चौधरी उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। यह सीमा अब  बांग्लादेश और भारत के बीच लोगों की आवाजाही के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। सीमा पर उचित सुविधाओं की कमी, और फूलबड़ी और भारत-नेपाल सीमा के बीच सड़क की स्थिति के बारे में शिकायतें हैं। भारत ने कंकरभिट्टा के बीच 42 किलोमीटर (26 मील) सड़क को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए हैं, जहां नेपाली चेक-पोस्ट स्थित है, एनएच 31 सी से मेची नदी के पार और स्टेट हाईवे पर फूलबाड़ी बॉर्डर पोस्ट तक बहुत आसानी से पहुंच बन गई है।

बंगलादेश की 50 र्स्‍वण जयंती, फूलबाड़ी हुई में शुरू रिट्रीट सेरेमनी

इस बावत सीमा सुरक्षा बल, सीमान्त मुख्यालय उत्तर बंगाल के मुख्य सूचना अधिकारी ने बताया कि 26 मार्च 2021 को भारत और बांग्लादेश के सीमा रक्षकों सीमा सुरक्षा बल (भारत) और बार्डर गार्ड बांग्लादेश ( बांग्लादेश) के द्वारा अप्रवासन जाँच चौकी फुलबाड़ी-बंगलाबांधा सीमा पर एक शानदार और ऐतिहासिक संयुक्त रिट्रीट समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें दोनों देशों के सीमा रक्षक बलों ने 131 बांग्लादेश के 50 वें स्वर्ण जयंती स्वतंत्रता दिवस समारोह तथा भारत के प्रधानमंत्री के बांग्लादेश के दौरे के अवसर पर इस ऐतिहासिक संयुक्त रिट्रीट समारोह का पुनः प्रारम्भ किया गया। संयुक्त रूप से रिट्रीट समारोह की शुरूआत 27 अप्रैल 2018 को अप्रवासन जाँच चौकी फुलबाड़ी-बंगलाबंधा में सीमा सुरक्षा बल और बाडर गार्ड बांग्लादेश के बीच शुरू किया गया था। लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे बंद कर दिया गया था। 26 मार्च 2021 को बांग्लादेश के 50 वें स्वर्ण जयंती स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दोनों देशों के सीमा रक्षक बलों के द्वारा संयुक्त रिट्रीट समारोह को दुबारा शुरू किया गया।

संयुक्त रिट्रीट समारोह का उद्घाटन महानिरीक्षक, उत्तर बंगाल फ्रंटियर के सुनील कुमार और ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद कैसर हसन मलिक अतिरिक्त महानिदेशक, रीजन कमांडर नॉर्थ वेस्ट रीजन, रंगपुर, बीजीबी (बांग्लादेश) के द्वारा किया गया। इस ऐतिहासिक समारोह में दोनों देशों के कई वरिष्ठ अधिकारीगण शमिल हुए। भारत की तरफ से मेजर जनरल जगरूप सिहं 111 सब एरिया. देवेन्द्र प्रकाश सिहं पुलिस कमिश्नर सिलिगुडी, असितव मोहन्ती, उप महानिरीक्षक, इडवीन जॉन बैनट, उप महानिरीक्षक, राजीव रंजन शर्मा, उप महानिरीक्षक, परशुराम, उप महानिरीक्षक, उप महानिरीक्षक पुलिस, जलपाईगुडी, पुलिस अधीक्षक जलपाईगुड़ी. कर्नल संजीव सिहं, मुरारी प्रसाद सिहं, कमांडेंट, के0 उमेश, कमांडेंट, डा० भी0 राजा, कमांडेंट,  नवनीत कुमार, डीसी. कस्टम फुलबाडी तथा बांग्लादेश की तरफ से मोहम्मद मजहारूल हक प्रधान, संसद सदस्य, पंचगढ़-1 संसदीय क्षेत्र, कर्नल एस० एम० आजाद, डी० डी० जी0. सेक्टर कमांडर वी0 जी० बी0 ठाकुरगाँव, ले० कर्नल खान्डोकर अनिसुर रहमान, कमांडिंग ऑफिसर, 18 वी0 जी0 बी0 पंचगढ़, मोहम्मद शरीफ हुसैन हैदर, जिला सत्र न्यायाधीश, पंचगढ, बांग्लादेश भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

उत्तर बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक श्री सुनील कुमार, भारतीय पुलिस सेवा ने अप्रवासन जाँच चौकी फुलबाडी-बंगलाबांधा में संयुक्त रिट्रीट समारोह के उद्घाटन के ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा होने पर खुशी जताई और कहा कि इससे दोनों देशों के बीच भाईचारे और सदभावना को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के लोगों ने पारंपरिक रूप से भौगोलिक, ऐतिहासिक, संस्कृति और जातीय संबंधों में विविधता के वाबजुद भी समय-समय पर एक दुसरे के साथ मिलकर काम किया है सीमा रेखा से विभाजित होने के बावजूद, गुरु रवींद्र नाथ टैगोर और काजी नजरूल इस्लाम की कविताएं दोनों देशों के लोगों को प्रेरित करती हैं। ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद कैसर हसन मलिक, अतिरिक्त महानिदेशक, रीजन कमांडर, नॉर्थ वेस्ट रीजन, रंगपुर, बीजीबी (बांग्लादेश ) ने ज्वाइंट रिट्रीट समारोह के आयोजन पर खुशी जताई और दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध बनाए रखने के लिए अपनी सरकार की इच्छा जताई।