दुर्गम क्षेत्रों में अमृत घोल रहा, मिशन स्‍वास्‍थ्‍य का अमृत

किसी भी परिवार में मां की भूमिका सबसे महत्‍वपूर्ण : कमांडेंट  

पहाडियों के दुर्गम गांवों में सभी को स्‍वास्‍थ्‍य सेवा देना लक्ष्‍य  

असम राइफल्स ने मणिपुर के गांवों में आयोजित की कल्याण शिविर

पवन शुक्‍ल, सि‍लीगुड़ी

दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में आज भी स्‍वास्‍थ्‍य सेवा उपलब्‍ध होना एक टेड़ी खीर है। बावजूद इसके केन्‍द्र सरकार की योजना ‘स्‍वास्‍थ्‍य का अमृत’ को असम राइफल्‍स के जवान बखूबी सरकार की इस योजना को बेहतर अंजाम दे रहे है। मणिपुर के दुर्गम क्षेत्रों में असम राईफल्‍स ने एक 75 दिवसीय स्‍वस्‍थ्‍य कैंप का शुभारंभ किया। इस कैंप स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़ी अनके समस्‍याओं के समाधान की बेहतर व्‍यावस्‍था की गई। वहीं कोरोना से बचाव और टीककरण के जागरूकता पर प्रकाश डाला जा रहा है।  

इस कैंप के बावत डा. साह ने बताया क‍ि बीमारी के शुरुआती चरणों में स्वास्थ्य परीक्षण और चिकित्सा परीक्षण करके हम बिमारी को तेजी से ठीक करने में मदद कर सकते हैं। इससे पहले कि यह किसी की मौत का कारण बन सके हम जांच से पता कर एक जीवन को बचा सकते है। सबसे पहले हम बुनियादी चेकअप से व्‍यक्ति के अंदर की बीमारियों की पहचान कर सकते हैं। वहीं गर्भवती महिलाओं, नई माताओं, शिशुओं के साथ-साथ छोटे बच्चों के लिए जांच और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। हम दूर दराज के गांवों में अपने मिशन के तहत डाक्‍टरों की टीम के साथ दलित समुदाय के बीच सीमित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्‍ध कराने के लिए चिकित्सा शिविर आयोजित कर रहे हैं। जिससे स्वस्थ मानसिक और शारीरिक विकास के लिए उपयुक्त स्वास्थ्य जांच सबसे पहले महत्वपूर्ण है।

वहीं भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार ने भारत का ‘अमृत महोत्सव’ शुरू किया। 22 Sector AR/IGAR(E) के तत्वावधान में 44 असम राइफल्स ने तामेंगलोंग के लोगों की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार के लिए 75 सप्ताह लंबी श्रृंखला शुरू की। मणिपुर की पहाड़ियों को स्वतंत्रता समारोह में ले जाने वाली इकाई ने 20 मार्च से तामेंगलोंग उपमंडल के कहुलोंग गाँव में 'स्वास्थ का अमृत' नाम के एक कल्याण शिविर लगाकर ग्रामीणों को स्‍वस्‍थ्‍य रखने का प्रयास किया। कल्याण शिविर विशेष रूप से  माताओं को नई चिकित्सा के माध्‍यम से देखभाल और उन्‍हें स्‍वास्‍थ्‍य रखने की जानकारी दी जा रही है।  इस समारोह का शुभारंभ डॉ. चंबो गोंमेई, सीएमओ, तामेंगलोंग और कमांडेंट डा. श्याम सुंदर शाह, सीएमओ, 44 असम राइफल्स द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन समारोह के बीच कार्यक्रम को बहुत धूमधाम से मनाया गया। 8 सिविल-मिलिट्री डॉक्टरों की एक संयुक्त टीम लोगों की सेवा के लिए मौजूद थी जिसमें बटालियन के 3 चिकित्सा अधिकारी और JIIMS के 5 नागरिक डॉक्टर, राज मेडिसिटी और अन्य सरकारी अस्पताल शामिल थे। टीम में चिकित्सक, स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, ईएनटी विशेषज्ञ और नर्स शामिल थे।

रक्त जांच सुविधा और बच्चों के लिए एक प्रतिरक्षण कक्ष भी स्थानीय आबादी के लाभ के लिए सेटअप किया गया था। इस कार्यक्रम का स्थानीय लोगों द्वारा बहुत स्वागत किया गया, क्योंकि लगभग 15 ग्रामीणों ने शिविर का लाभ उठाया, जो आस-पास के 15 गाँवों को कवर कर रहे थे। सूचनात्मक पोस्टर, बैनर के साथ एक कोरोना जागरूकता केन्‍द्र भी बनाया गया ताकि क्षेत्र में सावधानियों और चल रहे टीकाकरण अभियान के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके। सीएमओ, तामेंगलोंग और सीएमओ, 44 असम राइफल्स ने भी स्वास्थ्य, स्वच्छता, बीमारियों, उपचार और स्वस्थ भोजन की आदतों से संबंधित विषयों पर ग्रामीणों को संबोधित कर जानकारी दी। वहीं  44 असम राइफल्स के कमांडेंट ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उपस्थित जन समूह को संबोधित किया। उन्होंने समाज की सभी माताओं को उनके परिवार के लिए उनकी अपार भूमिका और बलिदान के लिए धन्यवाद दिया। कहा कि घर बनाने से ज्यादा महान या कठिन काम कुछ भी नहीं है। उन्होंने तामेंगलोंग की सभी महिलाओं से पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सभी क्षेत्रों में आगे आने का आग्रह किया और पुरुषों से परिवार की महिलाओं के सपनों और आकांक्षाओं को पोषित करने का आह्वान किया। उन्होंने एक स्वस्थ परिवार की परवरिश में एक स्वस्थ माँ की भूमिका पर जोर दिया।

यह पहली बार नहीं है कि 44 असम राइफल्स ने तमेंगलोंग जिले में बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य सेवा की पहल की। यूनिट ने इससे पहले टेमी सब डिवीजन में फोक्लोंग खुल्लेन गांव में दो दिन का चिकित्सा शिविर और तेमई उप प्रभाग में आईटी रोड गांवों में एक मोबाइल चिकित्सा शिविर का आयोजन किया था। केपीआई जिले के टी वेइचुंग सब डिवीजन में चलवा गांव में रेड क्रॉस स्वयंसेवकों के साथ एक समान कल्याण शिविर का आयोजन किया गया था।

44 असम राइफल्स द्वारा कल्याण पहल, भारत के 75 वें स्वतंत्रता दिवस के जश्न के साथ समाप्त होगी। इन 75 हफ्तों के उत्सव में अधिक स्वास्थ्य शिविर, चिकित्सा शिविर, फिटनेस व्या    ख्यान, योग प्रदर्शन, खेल कार्यक्रम, खेल के मैदान का निर्माण, खेल उपकरण का वितरण, जल संरक्षण अभियान, वृक्षारोपण अभियान, युवाओं के लिए करियर परामर्श और मार्गदर्शन और विभिन्न अन्य गतिविधियाँ शामिल होंगी। तामेंगलोंग के दूरदराज के क्षेत्रों में सभी नागरिकों के लिए। इन पहलों का उद्देश्य क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना है और साथ ही लोगों में स्वास्थ्य, फिटनेस के साथ-साथ सरकार की नीतियों और सुविधाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।