चुनाव के मद्देनजर साउथ बंगाल फ्रंटियर के सीमाओं की चौकसी बढ़ी
बीएसएफ ने भारत-बंगलादेश की सीमा पर कसी नकेल, तस्करी पर ब्रेक
न्यूज भारत, कोलकाता/सिलीगुड़ी : बंगाल विधान सभा चुनाव के मद्देनजर भारत-बंगलादेश के सीमाओं की चौकसी जहां बढ़ा दी गई है। वहीं सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की बेहतर चौकसी के कारण सीमा पर तस्करी पर ब्रेक लग गया है। सवेंदलशील मानी जाने वाली भारत-बंगालदेश के साउथ बंगाल के जवानों की चौकसी और इंटेलीजेंस इनपुट के कारण साउथ बंगाल की सीमाओं पर लगातार तस्करी के सामनों की बरामदी ही बता रही है। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने नदिया जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तस्करों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए छह सोने के बिस्कुटों को तस्करों के जुते से जब्त करने, और दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ की ओर से बुधवार को जारी बयान में बताया गया कि जब्त सोने का वजन 600 ग्राम है और इसका बाजार मूल्य करीब 28.08 लाख रुपये है।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने जार बयान में बताया है कि सोने को जूते में छिपाकर बीएसएफ की सीमा चौकी शाहपुर, 84 वीं वाहिनी के क्षेत्र से मंगलवार को बांग्लादेश से भारत की सीमा में तस्करी करने की कोशिश की जा रही थी। जबकि 23 मार्च, को बहरामपुर सेक्टर अंतर्गत सीमा चौकी शाहपुर के जवानो को बीएसएफ की खुफिया शाखा से इनपुट मिली थी कि इस सीमा क्षेत्र से सोने की तस्करी होने वाली है। इसके बाद से ही सीमा चौकी शाहपुर पर चौकसी बढ़ा दी गयी। वहीं जवानों द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तारबंदी के पास एक स्पेशल अम्बुश लगाया गया। इसी क्रम में गेट नंबर 58 पर खेती के लिए तारबंदी के पार गए भारतीय किसानों की वापसी के समय तस्करी की आंशकाओं को देखते हुए सभी किसानों की गहनता से जांच की जा रही थी। उसी दौरान शाहपुर गांव के रहने वाले तीन किसान जिनके नाम विश्वजीत बिश्वास, उज्ज्वल विश्वास एवं हिमाद्रि बाला जो कि छोटी ट्रैक्टर ट्रॉली, जिसमें लहसुन भरे हुए थे, में सवार होकर भारतीय सीमा की और आ रहे थे। तलाशी के लिए पार्टी ने जब उन्हे गेट पर रोका तो पकड़े जाने के डर से सभी ने भागने की कोशिश की। हालांकि पीछा कर जवानों ने इसमें से उज्ज्वल विश्वास एवं हिमाद्रि बाला को दबोच लिया, परंतु विश्वजीत विश्वास भागने सफल हो गया।