भारत-नेपाल की सीमा पानीटंकी का किया निरीक्षण, दिया आवश्यक निर्देष
न्यूज भारत, सिलीगुड़ी : भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के महत्व और आने वाली चुनौतियों के अलावा विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों बीच बेहतर तालमेल से अंर्तराष्ट्रीय सीमाओं की चौकसी बेहतर ढंग से की जा सकती है। वहीं हमारे जवान ने विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ बेहतर ताल-मेल स्थापित करने का नतीजा यह है कि तस्कर अपने किसी तरह की तस्करी के कोशिश में कामयाब नहीं हो पाते है। वहीं एसएसबी के जवानों से राष्ट्र के समक्ष मौजूद विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी। उक्त बातें सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की एडीजी बी. राधिका ने सीमा निरीक्षण के बाद जवानों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंनें कहा कि एसएसबी को भारत-नेपाल सीमा पर कड़ी चौकसी रखे जिससे सीमा पार होने वाली अवैध गतिविधियों पर नकेल कसी जा सके। वहीं बंगाल में राज्य विधानसभा का चुनाव होना है। इसीक्रम में एडीजी ने अपने एसएसबी सिलीगुड़ी फ्रंटियर के दौरे के अंतिम दिन बल की 41 वीं वाहिनी अंतर्गत भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र पानीटंकी का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बीओपी में तैनात अधिकारियों और जवानों और क्षेत्र में तैनात अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक की।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में एसएसबी ने बताया कि सीमावर्ती इलाकों के लोगों के लिए सिविक एक्शन कार्यक्रम के माध्यम से रोजगार मूलक प्रशिक्षण कार्यक्रम समेत कई तरह की कल्याणकारी योजनाएं चलाई जाती है। जिससे ये लोग रोजगार स्थापित कर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकें। इसके अलावा एसएसबी की एडीजी बी राधिका ने सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों के साथ सदा सहयोगी और बंधुत्व की भावना से व्यवहार में विनम्र रहने की सलाह दी। एडीजी के इस दौरे में एसएसबी सिलीगुड़ी फ्रंटियर के आइजी श्रीकुमार बंदोपाध्याय के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। वहीं एडीजी अपनी चार दिवसीय दौरा संपन्न कर दिल्ली वापस लौट गई।