डुवार्स के लाल व शिक्षा जगत के पुरोधा पर भाग्य आजमाएंगी दीदी
डाबग्राम-फूलबाड़ी सीट पर ममता ने गौतमदेव पर जताया भरोसा
पवन शुक्ल, सिलीगुड़ी
सिलीगुड़ी विधानसभा सीट पर अचानक नया मोड़ आ गया। टिकट के सपने संजोए तमाम लोगों की भावनाएं उस समय आहत हो गई। जब उत्तर बंगाल के डुवर्स क्षेत्र के जाने माने शिक्षावदि को सिलीगुड़ी से मिशन 2021 के लिए जादवपुर विवि के प्रोफोसर को अपना उम्मीदवार घोषित किया। हलांकि डाबग्राम-फूलवाडी से अपने पुराने मंत्री गौतमदेव को ही उम्मीदवार बनाया है। प्रो.ओमप्रकाश मिश्रा वर्ष 1961 जलपाईगुड़ी जिले के माल बाजार में पैदा हुए और प्राथमिक शिक्षा भी वह डुवार्स से ली। उच्च शिक्षा के वह उत्तर बंगाल विवि से पढार्इ करने बाद डा. मिश्रा ने जेएनयू का रूख किया। वर्तमान में वह जादवपुर विश्वविद्यालय में है। श्री मिश्रा 23 जुलाई 2007 से 22 जुलाई 2010 तक इग्नू जुड़े रहे। वहीं वह 20 से अधिक विश्वविद्यालयों की मान्यता पर विचार विशेषज्ञ समितियों के अध्यक्ष और प्रबंधन, वित्त और में कार्यक्रमों की पेशकश राष्ट्रीय स्तर के शैक्षिक संस्थान शैक्षिक प्रौद्योगिकी से संबंधित लेखांकन, इंजीनियरिंग और व्यावसायिक पाठ्यक्रम। वह है विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और दूरस्थ शिक्षा परिषद द्वारा बड़े पैमाने पर परामर्श दिया गया शैक्षिक संस्थान, निर्देश और उनके नियम। उन्हें 80 से अधिक के लिए आमंत्रित किया गया है। देश और विदेश में विश्वविद्यालयों और विदेशी से संबंधित पहलुओं और मुद्दों पर व्याख्यान दिया है। 1982 में उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय से विज्ञान और एमए और एमफिल में प्रथम श्रेणी पास करने के बाद 1984 और 1986 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से अंतर्राष्ट्रीय राजनीति से शिक्षा हासिल करने के बाद कोलकाता 1987 के बाद से वह जादवपुर विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग से जुड़ गए।
सिलीगुड़ी सीट को लेकर दीदी के चौकांने वाले फैसले
सिलीगुड़ी विधान सभा सीट ममता बनर्जी के लिए हमेशा महत्वपूर्ण रही है। वर्ष 2011 के विधान सभा चुनाव में जहां डा. रूद्र नरायण भट्टाचार्य को मैदान में उतार कर सफलता हासिल की। हलांकि उनकी बेदागछवि को लेकर कुछ खींचातानी के बाद दीदी ने उन्हें 2016 के चुनाव में टिकट नहीं दिया और भारतीय फुटबालर और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया को मैदान में उतार कर बाजी मारने की कोशिश नाकम रही। मिशन 2021 के लिए ड़वार्स के लाल को मैदान में उतार कर दीदी एक तीर से कई निशाना साधने की फिराक में है। हलांकि सिलीगुड़ी से सटे डाबग्राम फुलबाड़ी विधानसभा सीट पर तमाम सवालों पर विराम लगाते हुए फिर से गौतमदेव पर भाग्य आजमाने का फैसला लेकर सबको चौंका दिया।