मां, माटी मानुष का होता है सम्मान, हर जातिधर्म एक समान : नांटूपाल
न्यूज भारत, सिलीगुड़ी : एक दशक के ममता के शासन में बंगाल निरंतर प्रगति और विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है। पिछले दस वर्षो में तृणमूल शासन में दीदी ने हिंदी भाषीयों के निरंतर प्रगति और विकास के रास्ते पर निरंतर काम होता रहा है। हलांकि बामफ्रंट के पिछले 34 वर्षो में हिंदी भाषियों के लिए कोई काम नहीं किया गया। लेकिन शासन में आते ही दीदी ने हिंदी भाषियों के विकास के रास्ते निरंतर प्रगति पथ पर चल रहे है। इस दस वर्षों के दौरान उत्तर बंगाल में कई हिंदी स्कूल खोला गया और कई कालेजों में हिंदी को स्थान दिया गया है। जिससे हिंदी भाषियों को अपनी पढ़ाई बेहतर करने में सफलता मिली है। उक्त बातें गुरूवार को उत्तरबंग मारवाड़ी भवन सेवक रोड में आयोजित हिंदी भाषी सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने कही। उन्होंने कहा कि अब विधानसभा चुनाव में हिदीभाषी समाज का झुकाव किस ओर होता है, यह तो समय ही बताएगा। लेकिन हिंदी भाषियों के विकास को कोई भी अनदेखी नहीं कर सकता है। तृणमूल कांग्रेस के शासन में कई हिदी माध्यम के कॉलेज व स्कूल खोले गए। राज्य में सभी समुदाय के लोगों को उचित मान-सम्मान दिया जा रहा है। दीदी की मां माटी मानुष की सरकार किसी जाति और धर्म को बाटकर राजनीति नहीं करती। जबकि भाजपा एनआरसी के नाम पर असम में बंगालियों,बिहारियों और नेपालियों को प्रताड़ित कर रही है।
एसजेडीए के वाइस चेयरमैन नांटू पाल ने को संबोधित करते हुए कहा कि विकास के जो भी रास्ते ममता के शासन में खुले है वह हिंदी भाषी समेत सभी जातिधर्म के लोगों को लेकर चलती है। आने वाले चुनाव में दीदी की सरकार बनेगी और विकास की रफ्तार और तेज होगी। इस मंच से हिंदी प्रकोष्ठ के जलपाईगुड़ी जोन के चेयरमैन संजय शर्मा और दाíजलिंग जिला अध्यक्ष मुन्ना प्रसाद व तृणमूल कांग्रेस नेता निखिल साहनी ने भी अपने विचार रखे।