भारी बर्फबारी से बंद हुआ नाथुला, पर्यटकों में मायुसी

एनई न्‍यूज भारत,  गंगटोक
गंगटोक-सिक्किम
में हाल के दिनों से भारी बर्फबारी हो रही है और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने  राज्य के ऊंचे क्षेत्रों में घने कोहरे और अलग-अलग इलाकों में भारी बर्फबारी का अनुमान लगाया है। वहीं दूसरी ओर रविवार को रामनवमी के अवसर पर भारी बर्फबारी ने त्सोमो झील से नाथुला दर्रे और न्यू बाबा मंदिर तक का मार्ग बंद कर दिया है, हालांकि थर्ड माइल से त्सोमो झील तक का मार्ग खुला हुआ है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने भारी बर्फबारी की सूचना दी थी जिसके कारण नाथुला दर्रे और त्सोमो झील के लिए परमिट रद्द कर दिए गए था1 करीब 4,310 मीटर की ऊंचाई पर स्थित नाथुला दर्रे पर बर्फबारी का बहुत बुरा असर पड़ा है। रास्‍ते पर बर्फ के जमाव के कारण नाथुला दर्रे का मार्ग दुर्गम है, साथ ही काली बर्फ भी खतरे को बढ़ा रही है। यह इस महीने की शुरुआत से बर्फबारी का सिलसिला जारी है। आईएमडी के मौजूदा पूर्वानुमान से पता चलता है कि बर्फबारी जारी रह सकती है, जिससे नाथुला अभी दुर्गम बना रहेगा।इन इलाकों में तापमान में तेजी से गिरावट आई है, नाथुला में तापमान शून्य से नीचे रहने की संभावना है। वहीं दूसरी ओर बर्फबारी ने परिदृश्य को सर्दियों के नजारे में बदल दिया है, लेकिन सड़कों पर भी जोखिम भरा हो गया है। जिसके कारण भारी बर्फबारी ने सिक्किम में पर्यटन को काफी हद तक बाधित कर दिया है, खासकर नाथुला दर्रे के आसपास। नाथुला पर फिलहाल रोक है, लेकिन त्सोमो झील पर जाना अभी भी संभव है, जिससे पर्यटकों को कुछ राहत मिलेगी। हालांकि, जीरो पॉइंट और गुरुडोंगमार झील जैसे लोकप्रिय उत्तरी सिक्किम के पर्यटन स्थल भी बंद हैं, जिससे विकल्प सीमित हो गए हैं।
सिक्किम में अधिकारी बर्फ से लदी सड़कों को साफ करने के लिए काम कर रहे हैं और मौसम की बदलती स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं। हालांकि, यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा शुरू करने से पहले मौसम के ताज़ा अपडेट और सड़क की स्थिति की जाँच कर लें। पहाड़ों में मौसम की अप्रत्याशित प्रकृति को देखते हुए, यात्रा योजनाओं में लचीलापन रखने की सलाह दी जाती है।