• न्याय की गुहार में आरजीकर के साथ अब जयगांव भी शामिल
• उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार ज़िले के अंतर्गत जयगांव इलाके में 7 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म
वीडियो: https://youtu.be/ZCWxd5kb2LU?si=CRXIcvLMGKIECqxj
एनई न्यूज भारत,जयगांव: अलीपुरद्वार जिले के भारत-भूटान अंतर्राष्ट्रीय सीमा क्षेत्र जयगांव में 7 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या के दुखद मामले से पूरा इलाका बहुत क्रोधित है। यह घटना हमारे नागरिकों, विशेषकर बच्चों की सुरक्षा करने में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार की पूर्ण विफलता का एक और उदाहरण है। स्थानीय निवासी न्याय की मांग कर रहे हैं। हालांकि एक आरोपी को जाहिर तौर पर गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन दो और संदिग्धों को गिरफ्तार किया जाना बाकी है।
पश्चिम बंगाल पुलिस का व्यवहार बिल्कुल चौंकाने वाला है, जिसने विपक्षी पार्टी के सांसदों, विधायकों और यहां तक कि स्थानीय पंचायत सदस्यों सहित निर्वाचित जन प्रतिनिधियों को पीड़ित परिवार से मिलने से रोकने के लिए पीड़ित के घर से दो किलोमीटर पहले भारी बल तैनात कर दिया। विपक्षी पार्टी के निर्वाचित जन प्रतिनिधियों को पीड़ित परिवार से मिलने से रोककर पुलिस क्या छुपाना चाह रही है? जाहिर है, पुलिस राज्य सरकार के किसी शक्तिशाली व्यक्ति के निर्देश पर काम कर रही है,जो जन प्रतिनिधियों को इस जघन्य अपराध की सच्चाई का पता लगाने से रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है। यह दुखद है कि दीदी के राज में सार्वजनिक सुरक्षा पर राजनीति को प्राथमिकता दिया है। महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध दैनिक आधार पर बढ़ रहे हैं।
सार्वजनिक सुरक्षा के मामलों में, विशेषकर बच्चों की सुरक्षा में, जवाबदेही आवश्यक है, जिसका टीएमसी सरकार में बिल्कुल अभाव है। लोग अपने बच्चों को शिकारियों से ख़तरे में नहीं पड़ने दे सकते। डुआर्स, तराई और हिल्स के लोग एक सुरक्षित वातावरण के हकदार हैं जहां बच्चे बिना किसी डर के बड़े हो सकें, और टीएमसी सरकार इसे प्रदान करने में विफल रही है। पश्चिम बंगाल में आज कोई भी सुरक्षित नहीं है, चाहे वह आरजी कर अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर हो या जयगांव में एक नाबालिग बच्ची हो।
इसलिए एकजुट होकर बेटी के न्याय और बच्चों की सुरक्षा में प्रशासन से कार्रवाई की मांग करनी चाहिए। इस जघन्य अपराध पर जनता की कड़ी नजर रहेगी और जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता, अपराधियों को फांसी नहीं मिल जाती, जयगांव की जनता चैन से नहीं बैठेगी।