तीन छात्राओं को मिला "सर्वश्रेष्ठ छात्र" पुरस्कार, विश्वविद्यालय में खुशी की लहर

• सुश्री नयनिका यादव, पद्मजा द्विवेदी एवं दीक्षांशिखा गुप्ता को मिला "सर्वश्रेष्ठ छात्र" पुरस्कार

• जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में उत्कृष्ट अकादमिक प्रदर्शन पर मिला राष्ट्रीय स्तर का सम्मान

• विश्वविद्यालय में हर्ष का माहौल, कुलपति एवं शिक्षकों ने दी शुभकामनाएं छात्राओं की सफलता आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रो

एनई न्यूज भारत,गोरखपुर,31 मई : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग की तीन होनहार छात्राओं को माइक्रोबायोलॉजिस्ट्स सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा शैक्षणिक सत्र 2023-2024 के लिए "सर्वश्रेष्ठ छात्र" (Best Student Award) पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन, समर्पण और अनुकरणीय उपलब्धियों के लिए प्रदान किया गया।

पुरस्कार प्राप्त करने वाली छात्राओं में सुश्री नयनिका यादव, सुश्री दीक्षांशिखा गुप्ता एवं सुश्री पद्मजा द्विवेदी शामिल हैं। ये तीनों छात्राएं बायोटेक्नोलॉजी विभाग की 2022-2024 बैच की पूर्व छात्राएं रही हैं।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने छात्राओं को बधाई देते हुए कहा, "यह पुरस्कार हमारे विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता और नवाचार की भावना का प्रमाण है। नयनिका, दीक्षांशिखा और पद्मजा ने विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है और अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा बनी हैं।"

बायोटेक्नोलॉजी विभाग में इस सम्मान की घोषणा के बाद से खुशी का माहौल है। विभागाध्यक्ष प्रो. राजर्षि कुमार गौर, वरिष्ठ प्रोफेसर श्री दिनेश यादव, प्रो. शरद कुमार मिश्रा, सहायक प्राध्यापक डॉ. पवन कुमार दोहरे और डॉ. गौरव सिंह सहित समस्त शिक्षकों ने छात्राओं को हार्दिक बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

प्रो. राजर्षि कुमार गौर ने बताया कि विभाग हमेशा मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करने का प्रयास करता है और इस प्रकार के पुरस्कारों के माध्यम से छात्रों को उनकी मेहनत और लगन के लिए सम्मानित करता है।

यह सम्मान न केवल छात्राओं के व्यक्तिगत करियर के लिए मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि पूरे विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय भी है।

 

एम.एससी. माइक्रोबायोलॉजी की छात्रा स्वेता निधि को ICMR-RMRC में मिली नियुक्ति

• प्रोजेक्ट टेक्निकल सपोर्ट–II पद पर चयन से विश्वविद्यालय में खुशी की लहर 

• विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल, कुलपति एवं शिक्षकों ने दी बधाई नियुक्ति को बताया विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रमाण

एनई न्यूज भारत,गोरखपुर|31 मई: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की एम.एससी. माइक्रोबायोलॉजी (2023–2025) सत्र की छात्रा स्वेता निधि ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (RMRC), गोरखपुर स्थित मॉडल रूरल हेल्थ रिसर्च यूनिट में प्रोजेक्ट टेक्निकल सपोर्ट–II के पद पर नियुक्ति प्राप्त की है। स्वेता की इस सफलता से विश्वविद्यालय समुदाय में हर्ष और गर्व की भावना व्याप्त है।

इस नियुक्ति की सूचना लगभग दस दिन पूर्व आए चयन परिणाम के माध्यम से प्राप्त हुई, जिसके बाद से विश्वविद्यालय में खुशी की लहर दौड़ गई।

एम.एससी. माइक्रोबायोलॉजी कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. स्मृति मल्ल ने स्वेता को बधाई देते हुए कहा कि "यह सफलता विभाग की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्र विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।"

कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने स्वेता को शुभकामनाएं देते हुए कहा, "यह उपलब्धि हमारे विश्वविद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता और छात्रों के लिए उपलब्ध शोध एवं रोजगार के अवसरों का प्रतिफल है। विश्वविद्यालय और ICMR-RMRC के बीच हुए समझौता ज्ञापन (MoU) के अंतर्गत छात्रों को जो अवसर प्राप्त हो रहे हैं, वे उनके भविष्य को उज्ज्वल बनाने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।"

वनस्पति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. अनिल द्विवेदी ने भी स्वेता निधि को इस सफलता के लिए बधाई दी और उनके उज्ज्वल करियर की कामना की।

स्वेता की यह सफलता अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है और विश्वविद्यालय की बढ़ती प्रतिष्ठा का एक और उदाहरण भी प्रस्तुत करती है।