न्यूज भारत, इंफाल(मणिपुर) : पहाडों के दुर्गम गांवों में बढ़ती जनसंख्या और संसाधनों की कमी के कारण लोगों को पौष्टीक भोजन की पड़ रहा है। दुनिया भर में हर साल 16 अक्टूबर को, 1945 में संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन की स्थापना के दिन विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है। गरीबी और भूखे लोगों की मदद के और जागरूकता बढ़ाने के लिए, 22 सेक्टर/आईजीएआर (पूर्व) के तत्वावधान में 44 असम राइफल्स ने पादरी एरियू चिल्ड्रन होम, खोंजारोन, तामेंगलोंग से बच्चों के लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया। इन बच्चों के साथ भाईचारे के बंधन को और मजबूत करने के लिए बच्चों को कुछ खाद्य पदार्थ वितरित किए गए।
इस वर्ष "सुरक्षित भोजन अब स्वस्थ कल के लिए" विषय के तहत बटालियन उसी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए तामेंगलोंग जिले में समाज के लोगों तक पहुंच रही है। भूख, कुपोषण, स्थिरता और खाद्य उत्पादन को मजबूत करने के बारे में जागरूकता बढ़ाएगा। वहीं खाद्य भंडारण में सुधार करें और घर पर भोजन का नुकसान को कम करें।