-सिलीगुड़ी में होने वाले कई धार्मिक आयोजन में धपलेबाजी की लगते रहे हैं आरोप
एनई न्यूज भारत सिलीगुड़ी
पूर्वेत्तर का प्रवेशद्वार सिलीगुड़ी के धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करीब-करीब अक्सर होता रहता है। बावजूद इसके यहां आस्थावान और धर्मिक लोगों की कमी नहीं है। धार्मिक आयोजनों के लिए सिलीगुड़ी के अलावा सिक्किम और डुवार्स समेत पूरे पश्चिम बंगाल से चंदा के रूप में सहयोग राशि आती है। उससे आयोजनों के खर्चे किये जाते हैं। जबकि मारवाड़ी भवन में आयोजित एक धर्मिक आयोजन में चंदे का हिसाब नहीं दिये जाने को लेकर कमेटी में बवाल मच गया है। आयोजन के लिए सिक्किम, डुवार्स पश्चिम बंगाल और सिलीगुड़ी से मिले चंदे को लेकर आयोजकों में घमासान मचा हुआ है। हिसाब नहीं दिये जाने को लेकर कुछ लोग नाराज होकर ग्रुप से लिफ्ट कर गए हैं। आरोप है कि करोड़ों का चंदा मिला था और जिसका हिसाब नहीं देने पर बवाल हो गया। वहीं सूत्रों की माने तो इसकी शिकयत आयकर विभाग को भी दी गई है, जिसकी जांच के लिए शायद बाजार से सूचना एकत्र किया जा रहा है। कमेटी के सूत्रों की माने तो इसमें करीब 1 करोड़ 75 लाख के खर्चे बताया गए जबकि चंदे की राशि 1 करोड़ 47 लाख बताया गया, लेकिन सूत्रों की माने चंदे की राशि इस आंकड़े से कहीं अधिक है। हालांकि सिलीगुड़ी में आयोजित होने वाले धार्मिक आयोजनों कुछ लोग गोरखधंध बनाकर अपनी रोटी सेंक रहें है। जबकि अधिकतर आयोजनों में सब कुछ पाकसाफ होता है। लेकिन कुछ धार्मिक आयोजनों धर्म के नाम पर लूट खसोट मची हुई, फिलहाल यह जांच का विषय है।